फूलन देवी जिन्हें दस्यु सुंदरी और बैंडेड क्वीन के नाम से जाना जाता है। जिनके जीवन पर एक फिल्म भी बनी। एक ऐसी महिला जिसके बद् से बद्दतर हालातों ने उसके हाथों में बंदूक थमा दी।
आज हम आपके लिए एक ऐसी महिला की कहानी लेकर आएं है जिसकी कहानी सुन कर आपके रौंगटे खड़े हो जाएंगे। ऐसी महिला जो बद् से बद्तर गरीबी के हालातों से लड़कर बीहड़ से दिल्ली की संसद तक जा पहुंची। जहां उसने न सिर्फ अपना लोहा मनवाया बल्कि पूर्व सांसद बन अपनी छवि भी बदली। आज पूरा देश फूलन देवी के नाम से भली प्रकार से परिचित है।
फूलन देवी (Phoolan Devi) जिनका आज जन्मदिन है
एक छोटे से गांव की छोटे से परिवार की रहने वाली ऐसी दस्यु सुंदरी जिसका नाम सुनकर ही बड़े बड़ों के पसीने छूट जाते थे। आज हम बात कर रहे हैं फूलन देवी (Phoolan Devi) की। जिनका आज जन्मदिन है।
बद् से बद्दतर हालातों ने उसके हाथों में बंदूक थमा दी
फूलन देवी (Phoolan Devi) जिन्हें दस्यु सुंदरी और बैंडेड क्वीन के नाम से जाना जाता है। जिनके जीवन पर एक फिल्म भी बनी। एक ऐसी महिला जिसके बद् से बद्दतर हालातों ने उसके हाथों में बंदूक थमा दी। अपने हालातों के आगे कभी हार नहीं मानी निरंतर लड़ती गई।
10 अगस्त 1963 में फूलन देवी (Phoolan Devi) का जन्म हुआ था। उत्तर प्रदेश के एक छोटे से गांव पूरवा में पैदा हुई फूलन देवी के पिता का नाम मल्लाह देवी दीन था।
फूलन देवी (Phoolan Devi) 6 भाई बहनों में दूसरे नंबर पर थीं। फूलन देवी का जीवन बहुत ही दयनीय स्थिती में बीता था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार फूलन की जमीन पर उसके चाचा ने कब्जा कर लिया था तब फूलन ने उनसे झगड़ा मोल ले लिया था।
छोटी जाति से होने के कारण गांव में ऊंची जाति के लोग उनके साथ गुलामों जैसा बर्ताव करते थे। मात्र 11 साल की उम्र में फूलन देवी (Phoolan Devi) को शादी जबरन उससे उम्र में बड़े व्यक्ति से कर दी गई थी।
लोगों ने उसके साथ कई दिनों तक बारी बारी गैंगरेप किया
फूलन (Phoolan Devi) के पति ने उसके साथ बहुत बुरा सलुक करता था। हार कर जब फूलन से यह सब बर्दास्त के बाहर हो गया तो फूलन वहां से भाग गई। जब फूलन देवी की उम्र 18 साल थी तो गांव के कुछ ऊंची जाति के लोगों ने उसके साथ कई दिनों तक बारी बारी गैंगरेप किया। करीब दो हफ्तों तक फूलन को मानसिक और शारीरिक प्रताड़ित किया।
फूलन डाकुओं के गिरोह में शामिल हो गई
सभी लोगो ने फूलन देवी (Phoolan Devi) के साथ बेहोश होने तक रेप किया। इस घटना के बाद फूलन को अंदर तक झंकझोर दिया। उसके अंदर बदले की आग जल उठी। फूलन डाकुओं के गिरोह में शामिल हो गई। डकैत बनने के बाद फूलन ने बेहमई में ऐसे दो लोगों को पहचान लिया।
इधर बीहड़ में फूलन देवी को दस्यु सुंदरी और दस्यु रानी बुलाया जाने लगा
जिन्होंने उसके साथ हैवानियत की थी। इसके बाद फूलन ने 22 लोगों को एक लाइन में खड़ा करके गोली मार दी थी। इसके बाद फूलन (Phoolan Devi) के पूरे देश में चर्चे होने लगे। इधर बीहड़ में फूलन देवी को दस्यु सुंदरी और दस्यु रानी बुलाया जाने लगा।
फूलन देवी (Phoolan Devi) पर चल रहे सभी मुकदमो को वापस ले लिया
इस हत्याकांड के बाद बैंडिट क्वीन (Banded Queen) की तलाश में पुलिस जुट गई। साल 1983 में फूलन (Phoolan Devi) ने सरेंडर कर दिया। दस साल जेल में रहने के बाद 1993 में यूपी में मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने फूलन देवी (Phoolan Devi) पर चल रहे सभी मुकदमों को वापस ले लिया।
जेल से रिहा होने के बाद फूलन ने राजनीति में एंट्री की। 1996 में सपा की मिर्जापुर सीट से लोकसभा प्रत्याशी का चुनाव जीता। टीलों और रेतीले और बीहड़ में रहने वाली फूलन अब दिल्ली में रहने लगी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 25 जुलाई 2001 में फूलन देवी की शेर सिंह राणा ने हत्या कर दी।
समाजवादी पार्टी की पूर्व सांसद स्वर्गीय फूलन देवी जी की जयंती पर सादर नमन। pic.twitter.com/siJRLsRIHj
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 10, 2023
अखिलेश यादव ने फूलन देवी (Phoolan Devi) की फोटो शेयर करते हुए किया ट्वीट
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने फूलन देवी की फोटो शेयर करते हुए ट्वीट करके नमन किया। ट्वीट में लिखा है कि समाजवादी पार्टी की पूर्व सांसद स्वर्गीय फूलन देवी जी की जयंती पर सादर नमन।