भाजपा सांसद संबित पात्रा ने कांग्रेस के प्लूटोनियम बम वाले बयान पर पलटवार करते हुए आगामी बिहार विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की हार की भविष्यवाणी की है। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए पात्रा ने ज़ोर देकर कहा कि प्लूटोनियम बम नवंबर के अंत तक फटेगा, जब कांग्रेस पार्टी बिहार में हार जाएगी। कांग्रेस पर अपने हमलों को तेज़ करते हुए भाजपा सांसद ने कहा कि जो बम बनाता है, वह इससे नष्ट हो जाता है।
नई दिल्ली। भाजपा सांसद संबित पात्रा (BJP MP Sambit Patra) ने कांग्रेस के प्लूटोनियम बम (Plutonium bomb) वाले बयान पर पलटवार करते हुए आगामी बिहार विधानसभा चुनावों (bihar assembly elections) में कांग्रेस की हार की भविष्यवाणी की है। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए पात्रा ने ज़ोर देकर कहा कि प्लूटोनियम बम नवंबर के अंत तक फटेगा, जब कांग्रेस पार्टी (congress party) बिहार में हार जाएगी। कांग्रेस पर अपने हमलों को तेज़ करते हुए भाजपा सांसद ने कहा कि जो बम बनाता है, वह इससे नष्ट हो जाता है।
सांसद संबित पात्रा ने कहा कहा कि प्लूटोनियम बम नवंबर के अंत तक फटेगा जब कांग्रेस पार्टी बिहार में विधानसभा चुनाव हार जाएगी। कांग्रेस की हार के बाद हाइड्रोजन, परमाणु और प्लूटोनियम बम (Hydrogen, atomic and plutonium bombs) फटेंगे। कांग्रेस पूरी तरह से नष्ट हो जाएगी। जो बम बनाता है, वह इससे नष्ट हो जाता है। राहुल गांधी को बम बनाने दो। लोकतंत्र का बम बम होगा और बम बनाने वालों का गम गम होगा। यह कांग्रेस नेता जयराम रमेश (Congress leader Jairam Ramesh) की उस टिप्पणी के जवाब में आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी अगले महीने मिनी हाइड्रोजन बम, हाइड्रोजन बम, प्लूटोनियम बम और अन्य बम गिराएंगे। रमेश ने कहा था कि राहुल गांधी ने कहा है कि अगले एक महीने में अलग-अलग जगहों पर मिनी हाइड्रोजन बम, हाइड्रोजन बम, प्लूटोनियम बम और अन्य बम गिराए जाएंगे। अति पिछड़ा वर्ग न्याय के लिए प्रस्ताव को लेकर राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए, भाजपा सांसद पात्रा ने दावा किया कि कांग्रेस सांसद खुद अपने वादों को नहीं समझते और कुछ लोगों द्वारा थमाए गए कागज़ का टुकड़ा पढ़कर सुनाते हैं।
मतदाता से जयादा समझदार कोई नहीं होता- संबित पात्रा
संबित पात्रा ने कहा कि मतदाता से ज़्यादा समझदार कोई नहीं होता। इसीलिए उन्हें जनता जनार्दन कहा जाता है। एक साधारण सा दिखने वाला ग्रामीण भी हमसे ज़्यादा समझदार है। उसने उत्तर प्रदेश में राहुल गांधी और अखिलेश यादव (Rahul Gandhi and Akhilesh Yadav) को देखा होगा। वहां भी ऐसे ही वादे किए गए थे। उसने राहुल गांधी द्वारा विभिन्न राज्यों में चुनाव प्रचार के दौरान किए गए ऐसे कई वादे सुने हैं और वह मतदाता जानता है कि अंततः इन वादों का कुछ नहीं होता।