PM Kisan 21st Installment : देशभर के किसानों के लिए 19 नवंबर एक बड़े इंतजार का दिन बनने जा रहा है। केंद्र सरकार ने इस तारीख को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 21वीं किस्त जारी करने का निर्णय लिया है। इसे लेकर ग्रामीण इलाकों से लेकर मंडियों तक चर्चा गर्म है कि इस बार किन किसानों को राहत मिलेगी और किसे अतिरिक्त दस्तावेज़ों की जरूरत पड़ेगी।
PM Kisan 21st Installment : देशभर के किसानों के लिए 19 नवंबर एक बड़े इंतजार का दिन बनने जा रहा है। केंद्र सरकार ने इस तारीख को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 21वीं किस्त जारी करने का निर्णय लिया है। इसे लेकर ग्रामीण इलाकों से लेकर मंडियों तक चर्चा गर्म है कि इस बार किन किसानों को राहत मिलेगी और किसे अतिरिक्त दस्तावेज़ों की जरूरत पड़ेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तय तारीख पर इस किस्त को औपचारिक रूप से जारी करेंगे। अनुमान है कि करीब 10 करोड़ लाभार्थी किसानों के बैंक खातों में एक साथ 2-2 हजार रुपए की राशि ट्रांसफर होगी। सरकार का दावा है कि यह भुगतान सीधे लाभार्थी तक पहुंचाने के लिए तैयार है, ताकि किसान अगली फसल की तैयारी में मजबूती पा सकें।
किसान सम्मान निधि के तहत साल में तीन बार किसानों को आर्थिक सहायता दी जाती है. हर किस्त 2,000 रुपए की होती है और पूरे साल में कुल 6,000 रुपए किसानों के खाते में DBT मोड से भेजे जाते हैं। यही वजह है कि इस योजना को किसानों के लिए सबसे पारदर्शी और सरल सहायता प्रणाली माना जा रहा है।
दिलचस्प बात यह है कि कुछ राज्यों को यह 21वीं किस्त पहले ही मिल चुकी है। पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में 26 सितंबर को ही भुगतान कर दिया गया था। इन क्षेत्रों में बाढ़ और भूस्खलन की वजह से काफी नुकसान हुआ था, इसलिए सरकार ने राहत के रूप में किस्त पहले जारी की। बाद में 7 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर के किसानों को भी अग्रिम भुगतान दिया गया।
बाकी राज्यों में किसानों का इंतजार अब 19 नवंबर को खत्म होने वाला है। प्रशासनिक स्तर पर सत्यापन प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है और बैंकिंग सिस्टम को भी ट्रांजैक्शन के लिए तैयार रखा गया है।
इसके पहले, 20वीं किस्त 2 अगस्त को जारी हुई थी। वाराणसी से प्रधानमंत्री ने एक साथ करीब 9.7 करोड़ किसानों के खातों में 20.84 करोड़ रुपए से अधिक की सहायता राशि भेजी थी। यह पहला मौका था जब एक ही स्थान से इतनी बड़ी संख्या में किसानों को डिजिटल भुगतान किया गया। PM-किसान योजना की शुरुआत फरवरी 2019 में की गई थी, ताकि छोटे और सीमांत किसानों को नियमित आर्थिक सहायता मिल सके। शुरुआती वर्षों में योजना की पहुंच सीमित थी, लेकिन फिलहाल देश के 10 करोड़ से ज्यादा किसान इस स्कीम से जुड़े हैं। सरकार का कहना है कि भविष्य में इस योजना को और अधिक पारदर्शी और तकनीकी रूप से मजबूत बनाया जाएगा।
किसान संगठनों का मानना है कि 21वीं किस्त का समय बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि रबी की फसल का सीजन शुरू हो चुका है। ऐसे में यह अतिरिक्त 2,000 रुपए बीज, खाद, सिंचाई और अन्य तैयारियों में किसानों की मदद करेंगे। अब निगाहें इस बात पर हैं कि 19 नवंबर को किस तरह भुगतान जारी किया जाता है और किन किसानों को तुरंत राशि मिलती है। ग्रामीण क्षेत्र इस दिन का इंतजार उत्सुकता और उम्मीद के साथ कर रहा है।