प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिंगापुर में बिजनेस लीडर्स समिट को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा, मैंने देखा कि जो एक विषय प्रमुख रूप से नजर आ रहा है, वह skill development का है। भारत में हम इंडस्ट्री 4.0 को ध्यान में रखते हुए और सेमीकंडक्टर के क्षेत्र को देखते हुए skill development पर बहुत बल दे रहे हैं।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिंगापुर में बिजनेस लीडर्स समिट को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा, मैंने देखा कि जो एक विषय प्रमुख रूप से नजर आ रहा है, वह skill development का है। भारत में हम इंडस्ट्री 4.0 को ध्यान में रखते हुए और सेमीकंडक्टर के क्षेत्र को देखते हुए skill development पर बहुत बल दे रहे हैं।
भारत की आवश्यकताओं के साथ skill development संबंध एक ग्लोबल जॉब मार्केट से भी जुड़ा हुआ है। अगर आपकी कंपनियां ग्लोबली क्या चल रहा है उसका सर्वे करें और ग्लोबल डिमांड का Analysis करें और उसके अनुसार भारत में skill development के लिए आएं, तो ग्लोबल जॉब मार्केट को बड़ी आसानी से एड्रेस कर सकते हैं।
पीएम ने कहा, हमने पूरी दुनिया को एक वादा किया है। हम ग्लोबल वार्मिंग को एक चुनौती मानते हैं। हम सिर्फ अपनी संवेदना व्यक्त कर अटकने वाले लोग नहीं हैं, हम समाधान देने वाले लोग हैं। हमने 500 गीगावाट का लक्ष्य रखा है और 2030 तक हमें ये करना है। इसमें मैं न्यूक्लियर, हाइड्रो, सोलर और विंड पर जाना चाहता हूं। इसी प्रकार हमने बॉयो फ्यूल की पॉलिसी बनाई है। भारत इसको लीड करना चाहता है। ऊर्जा से जुड़े हुए ऐसे कई क्षेत्र हैं, जहां Green Jobs की पूरी संभावना है, हम इसमें पहल कर रहे हैं। मैं आपसे आग्रह करता हूं, आप भी आइए।
भारत के पास टैलेंट है और उसका लाभ दुनिया को मिलेगा। आज फिनटेक की दुनिया में हमारा UPI, दुनिया में जितना रियल टाइम ट्रांजेक्शन होता है, उसका 50 प्रतिशत अकेले भारत में होता है। फिनटेक की दुनिया में अगर ग्लोबल लीडर बनना है, तो भारत को केंद्र बिंदु बनाकर बड़ी आसानी से आप फिनटेक की दुनिया में आगे आ सकते हैं।