PM Narendra Modi in Madhubani rally: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के मधुबनी में लगभग 13,500 करोड़ रुपये की लागत वाली कई बुनियादी ढांचा और कल्याण परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने अमृत भारत एक्सप्रेस और नमो भारत रैपिड रेल को हरी झंडी भी दिखाई। इस मौके पर राज्यपाल मोहम्मद आरिफ खान और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मंच पर मौजूद रहे। वहीं, प्रधानमंत्री ने आयोजित जनसभा में मौजूद लोगों से पहलगाम हमले में मारे गए लोगों के लिए मौन रखने की अपील की। साथ ही उन्होंने कहा कि हमले की साजिश रचने वालों को उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी।
PM Narendra Modi in Madhubani rally: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के मधुबनी में लगभग 13,500 करोड़ रुपये की लागत वाली कई बुनियादी ढांचा और कल्याण परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने अमृत भारत एक्सप्रेस और नमो भारत रैपिड रेल को हरी झंडी भी दिखाई। इस मौके पर राज्यपाल मोहम्मद आरिफ खान और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मंच पर मौजूद रहे। वहीं, प्रधानमंत्री ने आयोजित जनसभा में मौजूद लोगों से पहलगाम हमले में मारे गए लोगों के लिए मौन रखने की अपील की। साथ ही उन्होंने कहा कि हमले की साजिश रचने वालों को उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के मधुबनी में विजेताओं को विशेष श्रेणी राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार 2025 प्रदान किए। इनमें क्लाइमेट एक्शन स्पेशल पंचायत अवार्ड (CASPA), आत्म निर्भर पंचायत स्पेशल अवार्ड (ANPSA) और पंचायत क्षमा निर्माण सर्वोत्तम संस्थान पुरस्कार (PKNSSP) शामिल हैं। इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ’22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने मासूम देशवासियों को जिस बेरहमी से मारा है, उससे पूरा देश व्यथित है, कोटि-कोटि देशवासी दुखी हैं। सभी पीड़ित परिवारों के दुःख में पूरा देश उनके साथ खड़ा है। जिन परिवारजनों के अभी इलाज चल रहा है, वे जल्द स्वस्थ हों, इसके लिए भी सरकार हर प्रयास कर रही है।’
मधुबनी में प्रधानमंत्री ने कहा, ‘इस आतंकी हमले में किसी ने अपना बेटा खोया, किसी ने अपना भाई और किसी ने अपना जीवनसाथी खोया है। उनमें से कोई बांग्ला बोलता था, कोई कन्नड़ बोलता था, कोई मराठी था, कोई ओड़िया था, कोई गुजराती था, कोई यहां बिहार का लाल था। आज उन सभी की मृत्यु पर कारगिल से कन्याकुमारी तक हमारा दुःख एक जैसा है, हमारा आक्रोश एक जैसा है। ये हमला सिर्फ निहत्थे पर्यटकों पर नहीं हुआ है, देश के दुश्मनों ने भारत की आस्था पर हमला करने का दुस्साहस किया है। मैं बहुत स्पष्ट शब्दों में कहना चाहता हूं कि जिन्होंने ये हमला किया है, उन आतंकियों को और इस हमले की साजिश रचने वालों को उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी। अब आतंकियों की बची-कुची जमीन को भी मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है। 140 करोड़ भारतीयों की इच्छाशक्ति अब आतंक के आकाओं की कमर तोड़कर रहेगी।’