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राजनीति और धर्म को अलग-अलग रखना चाहिए, शिक्षा और रोजगार पर भाजपा चर्चा नहीं करना चाहती है: सचिन पायलट

सचिन पायलट ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि, राजनीति और धर्म को अलग-अलग रखना चाहिए। अगर धर्म के आड़ में राजनीति हो रही है तो उसे कोई स्वीकार नहीं करेगा। हम जनता के मुद्दों, विकास, शिक्षा, रोजगार पर चर्चा करना चाहते हैं लेकिन भाजपा इसपर चर्चा के लिए तैयार नहीं है।

By शिव मौर्या 
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रायपुर। श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी शामिल नहीं होंगे। कांग्रेस के इस फैसले के बाद भाजपा नेताओं की तरफ से लगातार उन पर हमले किए जा रहे हैं। इन सबके बीच राजस्थान कांग्रेस के दिग्गज नेता सचिन पायलट क अहम बयान आया है। उन्होंने कहा कि, कोई कभी भी मंदिर जा सकता है लेकिन इस तरह का जो राजनीतिकरण हो रहा है उसे कांग्रेस पार्टी ने गलत माना है।

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सचिन पायलट ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि, राजनीति और धर्म को अलग-अलग रखना चाहिए। अगर धर्म के आड़ में राजनीति हो रही है तो उसे कोई स्वीकार नहीं करेगा। हम जनता के मुद्दों, विकास, शिक्षा, रोजगार पर चर्चा करना चाहते हैं लेकिन भाजपा इसपर चर्चा के लिए तैयार नहीं है।

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, भावनात्मक मुद्दों के आड़ में वोट लेना भाजपा की परंपरा रही है। कोई कभी भी मंदिर जा सकता है लेकिन इस तरह का जो राजनीतिकरण हो रहा है उसे कांग्रेस पार्टी ने गलत माना है।

हालांकि, इन सबके बीच यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय अयोध्या जाएंगे। उन्होंने कहा, हमने पहले से ही तय कर लिया था कि 15 जनवरी को मकर संक्रांति वाले दिन उत्तर प्रदेश कांग्रेस के सभी नेता अयोध्या जाकर सरयू नदी में स्नान करेंगे और राम लला और हनुमानगढ़ी के दर्शन करेंगे।

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