नश्ते में दलिया मीठे या नमकीन दोनों रूप में परोसा जा सकता है। यह व्यंजन स्वाद और एनर्जी का परफेक्ट कंबीनेशन बन जाता है। दलिया स्टार्चयुक्त अनाज को दूध या पानी में उबालकर या भिगोकर बनाया जाने वाला व्यंजन है। मीठी दलिया में अक्सर चीनी, शहद या फल जैसी टॉपिंग शामिल होती है, जबकि नमकीन दलिया में मसाले, सब्जियां शामिल हो सकते हैं।
Porridge perfect breakfast : नश्ते में दलिया मीठे या नमकीन दोनों रूप में परोसा जा सकता है। यह व्यंजन स्वाद और एनर्जी का परफेक्ट कंबीनेशन बन जाता है। दलिया स्टार्चयुक्त अनाज को दूध या पानी में उबालकर या भिगोकर बनाया जाने वाला व्यंजन है। मीठी दलिया में अक्सर चीनी, शहद या फल जैसी टॉपिंग शामिल होती है, जबकि नमकीन दलिया में मसाले, सब्जियां शामिल हो सकते हैं। जई का दलिया या ओटमील सबसे कॉमन में से एक है। दलिया के विशेष फायदे है। यह पचने में आसान होता है और यह शरीर को फायदा पहुंचाता है। दलिये में खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने की क्षमता होती है, जिससे कोलेस्ट्रॉल का खतरा कम होता है और दिल पर दबाव कम पड़ता है।
घुलनशील फाइबर
दलिया की गुणवत्ता की बात करें तो इसमें मैग्नीशियम और पोटेशियम भी होते हैं, जो काफी हद तक हाई बीपी को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। मोटापे को दूर करने में दलिया बहुत फायदेमंद साबित होती है। इसके सेवन से वजन भी नहीं बढ़ता है, क्योंकि इसे बहुत ही हल्का खाना माना गया है। दलिया में फाइबर और Calories दोनों होती हैं, जो जल्दी भूख नहीं लगने देती और वजन भी बढ़ने नहीं देती। दलिया में दो तरह के फाइबर मौजूद होते हैं, पहला घुलनशील फाइबर और दूसरा अघुलनशील फाइबर। इससे कब्ज की समस्या भी दूर होती है।
ज्यादा पौष्टिक
भरपूर मात्रा में Iron होता है, जो शरीर में एनीमिया की कमी को दूर करता है और रक्त कोशिकाओं के निर्माण में भी सहायता करता है। मूंग दाल वाला दलिया सबसे ज्यादा पौष्टिक होता है क्योंकि इसमें प्रोटीन और Fiber एक साथ ही मिल जाते हैं। दोनों को नाश्ते से लेकर डिनर तक में ले सकते हैं। वहीं पालक, गाजर, और मटर के साथ भी दलिया बनाया जा सकता है। इससे दलिया में सारी हरी सब्जियों के गुण आ जाएंगे।