1. हिन्दी समाचार
  2. पर्दाफाश
  3. राहुल गांधी बोले- गुजरात में कुछ अनाम पार्टियों को मिला 4300 करोड़ का चंदा मिला, EC जांच करेगा या एफिडेविट मांगेगा?

राहुल गांधी बोले- गुजरात में कुछ अनाम पार्टियों को मिला 4300 करोड़ का चंदा मिला, EC जांच करेगा या एफिडेविट मांगेगा?

Electoral Bond in Gujarat: बिहार में इंडिया गठबंधन के 'वोट अधिकार यात्रा' के बीच लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने गुजरात में अनाम पार्टियों को बड़ा चुनावी चंदा दिया जाने पर सवाल खड़े किए हैं। इस मामले में राहुल ने चुनाव आयोग से जांच की मांग की और तंज़ कसते हुए कहा कि आयोग इस मामले में जांच करेगा या फिर एफिडेविट मांगेगा।

By Abhimanyu 
Updated Date

Electoral Bond in Gujarat: बिहार में इंडिया गठबंधन के ‘वोट अधिकार यात्रा’ के बीच लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने गुजरात में अनाम पार्टियों को बड़ा चुनावी चंदा दिये जाने पर सवाल खड़े किए हैं। इस मामले में राहुल ने चुनाव आयोग से जांच की मांग की और तंज़ कसते हुए कहा कि आयोग इस मामले में जांच करेगा या फिर एफिडेविट मांगेगा।

पढ़ें :- Goa Nightclub Fire: नाइटक्लब के मालिक के खिलाफ दर्ज हुई FIR, जांच में पाई गईं कई कमियां

दरअसल, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बुधवार को एक हिन्दी अखबार की खबर को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर किया। इसके साथ ही उन्होंने लिखा, ‘गुजरात में कुछ ऐसी अनाम पार्टियां हैं जिनका नाम किसी ने नहीं सुना – लेकिन 4300 करोड़ का चंदा मिला! इन पार्टियों ने बहुत ही कम मौकों पर चुनाव लड़ा है, या उनपर खर्च किया है। ये हजारों करोड़ आए कहां से? चला कौन रहा है इन्हें? और पैसा गया कहां? क्या चुनाव आयोग जांच करेगा – या फिर यहां भी पहले एफिडेविट मांगेगा? या फिर कानून ही बदल देगा, ताकि ये डेटा भी छिपाया जा सके?’

हिन्दी अखबार ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि गुजरात में पंजीकृत 10 गुमनाम से राजनीतिक दलों को अप्रत्याशित चंदा मिला है। इन दलों को 2019-20 से 2023-24 के पांच साल में दानदाताओं से 4300 करोड़ रुपए का चंदा मिला। दिलचस्प बात यह है कि इस दौरान गुजरात में हुए तीन चुनावों (2019, 2024 के दो लोकसभा और 2022 का विधानसभा) में इन दलों ने महज 43 प्रत्याशी उतारे और इन्हें कुल 54,069 वोट मिले। इन दलों और प्रत्याशियों की निर्वाचन आयोग में जमा रिपोर्ट से यह खुलासा हुआ है। इन्होंने चुनाव रिपोर्ट में खर्च महज 39.02 लाख रुपए बताया, जबकि ऑडिट रिपोर्ट में 3500 करोड़ रुपए खर्च दर्शाया है।

पढ़ें :- सिंगर सिद्धू मूसेवाला और एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी के हत्यारोपी शशांक पाण्डेय को बिहार पुलिस ने किया गिरफ्तार
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...