मल्लिकार्जुन खरगे के बयान पर नाराज हुए सभापति जगदीप धनखड़ ने उनसे कहा कि, आप हर बार कुर्सी को नीचा नहीं दिखा सकते। आप हर बार कुर्सी का अनादर नहीं कर सकते... आप अचानक खड़े हो जाते हैं और बिना यह समझे कि मैं क्या कह रहा हूं, कुछ भी बोल देते हैं।
Rajya Sabha: राज्यसभा में मंगलवार सभापति और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खरगे के बीच तीखी बहस हो गई। इस दौरान सभापति ने अपनी नाराजी जाहिर किया और कहा कि, कभी किसी ने कुर्सी का इतना अपमान नहीं किया, जितना आपने किया। धनखड़ ने चेतावनी देते हुए कहा कि आप हर बार कुर्सी को नीचा नहीं दिखा सकते।
मल्लिकार्जुन खरगे के बयान पर नाराज हुए सभापति जगदीप धनखड़ ने उनसे कहा कि, आप हर बार कुर्सी को नीचा नहीं दिखा सकते। आप हर बार कुर्सी का अनादर नहीं कर सकते… आप अचानक खड़े हो जाते हैं और बिना यह समझे कि मैं क्या कह रहा हूं, कुछ भी बोल देते हैं। इस देश और संसदीय लोकतंत्र और राज्यसभा की कार्यवाही के इतिहास में कुर्सी के प्रति इतनी अवहेलना कभी नहीं हुई, जितनी आपने की। अब आपको आत्मचिंतन करने का समय आ गया है।
दरअसल, कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी अपने संबोधन में केंद्र सरकार पर निशाना साध रहे थे। उन्होंने मणिपुर, काले धन और लद्दाख के मुद्दे पर केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। इस दौरान उन्होंने कहा कि, भाजपा सरकार ने बीते 10 सालों में जो वादे किए थे, वो पूरा नहीं किया है। इसके साथ ही उन्होंने पेट्रोल डीजल के दामों पर भी सरकार को घेरा। इस दौरान सभापति ने प्रमोद तिवार को टोकते हुए कहा कि, बिना तथ्यों के आधार पर आरोप मत लगाइए। इस दौरान फिर से जयराम रमेश ने अपनी सीट से खड़े होकर कुछ कहना शुरू कर दिया।
इस पर सभापति ने जयराम रमेश के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए उन पर तंज कस दिया। उन्होंने कहा कि, जयराम रमेश इतने समझदार हैं कि उन्हें खरगे की जगह बैठना चाहिए। इस पर खरगे ने आपत्ति ली और बराबर में बैठीं सोनिया गांधी की तरफ इशारा करते हुए कहा कि ‘मुझे बनाने (राज्सभा में विपक्ष का नेता) वाले यहां बैठे हैं श्रीमति सोनिया गांधी। न रमेश मुझे बना सकता है और न आप मुझे बना सकते हैं’।