कृषि बिल के विरोध में एक बार फिर किसानों ने टोल प्लाजा पर धरना दिया साथ ही समाजसेवी अवतार सिंह ने अपने खून से प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर कृषि कानून बापस लेने की अपील की है।
कृषि कानून के विरोध में लगातार किसानों का आंदोलन पिछले 6 महीने से जारी है किसान दिल्ली की सीमाओं पर लगातार सरकार से अपनी मांगे मनवाने के लिए बैठे हैं लेकिन सरकार से लगातार बातचीत के बाद भी अभी तक कोई समाधान नहीं निकल पाया है अब एक बार फिर किसान नेताओं की निर्देश पर प्रदेश में किसानों द्वारा धरना प्रदर्शनों का सिलसिला जारी हो चुका है रामपुर में भी टोल प्लाजा पर किसान लगातार धरने पर बैठे हैं किसानों के अनुसार 6 महीने हो जाने के बावजूद सरकार उनकी सुनवाई नहीं कर रही जबकि किसानों ने ही सरकार बनाई है लेकिन सरकार को चलाने वाली उद्योगपति हैं किसानों ने कहा इसलिए अब किसान सरकार को ढूंढते हुए दिल्ली पहुंच गया है लेकिन सरकार मिल नहीं रही है। वही किसानों के लगातार चल रहे इस आंदोलन पर रामपुर के वीर खालसा समिति के जिला अध्यक्ष अवतार सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी को अपने खून से पत्र लिखा है और इस मामले में आगे आकर किसानों से उनके बड़े नेताओं से बात करके समाधान निकालने की बात कही है।
इस संबंध में किसान यूनियन टिकैत ग्रुप के जिला उपाध्यक्ष मोहम्मद तालिब ने बताया हम कल से धरने पर बैठे हैं भारतीय किसान यूनियन टिकैत की तरफ से भी और किसान मोर्चा की तरफ से भी पूरे उत्तर प्रदेश में आवाहन हुआ उनके आदेश को लेकर आज हम यहां बैठे हैं धरने पर सरकार की गलत नीतियों की वजह से तीनों कानूनों की और एमएसपी पर कानून बनाने की मांग चल रही है लेकिन सरकार को 6 महीने हो गए दिल्ली में किसान मोदी जी की नाक के नीचे बैठे हैं और पूरी दिल्ली घिरी हुई है पूरी तरह से किसान आज सड़कों पर है लेकिन उसके बावजूद भी सरकार नहीं जाग रही है ना उत्तर प्रदेश की ना भारत सरकार जाग रही है किसान लगातार आंदोलन कर रहे हैं हमारी अब तक की उम्र में 6 महीने के आंदोलन नहीं हुए जाहिर सी बात है किसान परेशान है किसान की कोई बात नहीं सुनी जा रही है इसलिए आज किसान सड़कों पर है हमेशा से होते चले आए हैं धरना प्रदर्शन लेकिन इतने कभी नहीं हुए मोदी जी ने कोई काम ऐसा नहीं किया जिससे किसान मुतमईन होता भाई से भाई को लड़ाने का काम तो किया लेकिन सरकार बनाई किसानों ने और सरकार चला रहे हैं उद्योगपति हम सरकार को ढूंढते फिर रहे हैं सरकार है कहां इसलिए दिल्ली भी गए हैं दिल्ली पर भी धरना चल रहा है यहां भी पूरे उत्तर प्रदेश में चल रहा है और जो आदेश होगा उसका हम पालन करेंगे उन्हीं के आदेश पर हम यहां बैठे हैं यह धरना वेमियादी है जैसे ही किसान मोर्चा की तरफ से कॉल आएगी धरना खत्म करने की धरना खत्म कर दिया जाएगा नहीं तो धरना चलता रहेगा।
इस संबंध में समाजसेवी अवतार सिंह ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लहू पत्र लिखा है जिसके संबंध में उन्होंने बताया आज मैंने अपने खून से माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को एक लेटर लिखा है जिसमें मैंने उनसे विनम्र अनुरोध किया है कि आप हमारे देश के प्रधानमंत्री हैं मुखिया हैं और देश का अन्नदाता जो की 6 महीने से ऊपर आज सड़कों पर बैठा हुआ है और उसमें कई सौ लोगों की मौत भी हो चुकी है तो मैंने आज जो पत्र लिखा है उन से निवेदन किया है की कृपा करके आप आगे आएं और किसानों के जो मुख्य हैं प्रमुख हैं उनसे बातचीत करके इस समस्या का समाधान निकले जो कि बहुत ही लंबा होता जा रहा है किसान भी घरों से बाहर बैठा है और सरकार की भी चिंता है किसानों के हित के लिए तो मैंने आज माननीय प्रधानमंत्री जी को अपने खून से पत्र लिखा है क्या आप इसमें आगे आकर इस समस्या का समाधान निकालें और खुशी-खुशी किसान घर वापस जाए और आपकी सरकार भी राहत की सांस ले। इसके अलावा एक चीज और मैं कहना चाहूंगा कि जो किसान 6 महीने से ऊपर धरने पर बैठे हैं उनकी जो भी मांग है उन्होंने कृषि मंत्री से कई बार उनकी वार्तालाप हुई लेकिन उसका कोई नतीजा नहीं निकला और उसके बाद कई महीने हो गए वार्तालाप बंद हो गई है इसलिए मैंने माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को पत्र लिखा है कि आप आगे हैं आप देश के मुखिया हैं प्रमुख हैं तभी लोगों से बात होगी मुझे पूर्ण उम्मीद ही नहीं विश्वास है कि आप आगे आएंगे जो किसानों के नेता हैं उनसे बातचीत करेंगे तो इस समस्या का समाधान जरूर निकलेगा।
रिपोर्ट:-फहीम खान