संसद के मानसून सत्र के खत्म होने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Congress leader Rahul Gandhi) ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेस कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि कल प्रधानमंत्री जी ने संसद में 2 घंटे 13 मिनट भाषण दिया, जिसमें अंत में महज 2 मिनट ही उन्होंने मणिपुर को लेकर बात की।
नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र के खत्म होने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Congress leader Rahul Gandhi) ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेस कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि कल प्रधानमंत्री जी ने संसद में 2 घंटे 13 मिनट भाषण दिया, जिसमें अंत में महज 2 मिनट ही उन्होंने मणिपुर को लेकर बात की। अपने भाषण के दौरान पीएम मोदी हंस-हंस कर भाषण दे रहे थे। उन्होंने कहा कि आज शुक्रवार को ही संसद का मानसून सत्र (Monsoon Session of Parliament) खत्म हुआ है और एक दिन पहले ही अविश्वास प्रस्ताव (No Confidence Motion) पर चर्चा खत्म हुई है। कांग्रेस नेता अधीर रंजन (Congress leader Adhir Ranjan) को लोकसभा से निलंबित किया गया है, जिसका मसला कांग्रेस उठा रही है।
LIVE: Special Congress Party briefing by Shri @RahulGandhi at AICC HQ. https://t.co/c0vhH4qtau
— Congress (@INCIndia) August 11, 2023
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि मणिपुर में महीनों से आग लगी हुई है। वहां पर बड़ी संख्या में लोग मारे जा रहे हैं, रेप हो रहे हैं और बच्चे तक मारे जा रहे हैं। पीएम कल हंस-हंसकर बोल रहे थे, जोक्स मार रहे थे। ये सब पीएम को शोभा नहीं देता। उन्होंने आगे कहा कि कल के भाषण में मुद्दा मैं या कांग्रेस नहीं थी। पिछले कुछ महीने से मणिपुर हिंसा (Manipur Violence) में जल रहा है। राहुल ने कहा कि कल मैंने पीएम को हंसते हुए देखा। जो मैंने मणिपुर में देखा, वो अब तक नहीं देखा था। मणिपुर को दो हिस्सों में बांट दिया गया है। उन्होंने आगे कहा कि सरकार ने मणिपुर में भारत को खत्म कर दिया गया है।
पीएम मोदी (PM Modi) पर वार करते हुए राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा कि प्रधानमंत्री मणिपुर की हिंसा को खत्म नहीं करना चाहते हैं। वह मणिपुर को जलाना चाहते हैं। पीएम के भाषण के दौरान सदन में नारे लगे। सेना का जिक्र करते हुए कांग्रेस नेता राहुल ने कहा कि सेना की क्षमता को पूरा देश जानता है। अगर सेना को आदेश दिया जाए तो पूरा मामला महज 2 दिन में ही खत्म कराया जा सकता है, सेना 2 दिन में ही हालात को काबू कर सकती है, लेकिन ऐसा किया नहीं जा रहा है।