देश के दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा का बुधवार निधन हो गया। गुरुवार को उनकी अंतिम यात्रा शुरू हुई तो एक शख्स की तरफ सबका ध्यान गया, जो रतन टाटा के पार्थिव शरीर को ले जा रही गाड़ी के आगे अपनी बाइक पर दिखा। ये कोई और नहीं जबकि रतन टाटा के बेहद करीबी और और टाटा ट्रस्ट के डिप्टी जनरल मैनेजर शांतनु नायडू थे।
Ratan Tata: देश के दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा का बुधवार निधन हो गया। गुरुवार को उनकी अंतिम यात्रा शुरू हुई तो एक शख्स की तरफ सबका ध्यान गया, जो रतन टाटा के पार्थिव शरीर को ले जा रही गाड़ी के आगे अपनी बाइक पर दिखा। ये कोई और नहीं जबकि रतन टाटा के बेहद करीबी और और टाटा ट्रस्ट के डिप्टी जनरल मैनेजर शांतनु नायडू थे। शांतनु नायडू रतन टाटा के साथ हमेशा साए की तरह रहते थे। यह दृश्य मुंबई की सड़कों पर लोगों ने देखा और कैमरे में कैद किया।
शांतनु नायडू को टाटा के घर से बाइक पर निकलते हुए देखा गया। वह रतन टाटा के पार्थिव शरीर को ले जा रही ट्रक के आगे-आगे चलते हुए नजर आए। इस दौरान उनकी आंखे नाम थीं। रतन टाटा के निधन पर नायडू ने गहरा शोक जताया और एक तस्वीर साझा की, जिसमें दोनों एक चार्टर्ड विमान में बैठे दिख रहे थे। उन्होंने तस्वीर के साथ लिखा, “प्यार की कीमत चुकाने का जरिया दुख है। अलविदा, मेरी जीवन की रोशनी।”
कैसे हुई थी शांतनु और रतन टाटा की दोस्ती?
शांतनु ने साल 2014 में टाटा एलेक्सी में अपने कार्यकाल के दौरान तेज गति से चलने वाले वाहनों के कारण कुत्तों की मौत के मुद्दे को उठाया। रतन टाटा को इस बात की जानकारी मिली और उन्होंने शांतनु से मिलने का विचार किया। इसके बाद दोनों की मुलाकात हुई और शांतनु के विचारों से रतन टाटा काफी प्रभावित हुए। इसके बाद दोनों के बीच अच्छी बॉन्डिंग बन गई।