पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा। किसी भी राज्य में कांग्रेस (Congress) सत्ता में नहीं आ पाई। इसके साथ ही इन दिनों कांग्रेस (Congress) में आतंरिक गतिरोध भी चरम पर है। इन सबके बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने पार्टी में जान फूंकने की कोशिश की। उन्होंने कांग्रेस संसदीय दल की बैठक को संबोधित किया।
नई दिल्ली। पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा। किसी भी राज्य में कांग्रेस (Congress) सत्ता में नहीं आ पाई। इसके साथ ही इन दिनों कांग्रेस (Congress) में आतंरिक गतिरोध भी चरम पर है। इन सबके बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने पार्टी में जान फूंकने की कोशिश की। उन्होंने कांग्रेस संसदीय दल (Congress Parliamentary Party) की बैठक को संबोधित किया।
इस दौरान उन्होंने कहा कि कांग्रेस का पुनरुद्धार सिर्फ हमारे लिए महत्व का विषय नहीं है, बल्कि हमारे लोकतंत्र और समाज के लिए भी जरूरी है। साथ ही कहा कि पार्टी संगठन में हर स्तर पर एकता सर्वोपरि है।
इसके लिए मैं जो भी जरूरी है, वह सब करने को तैयार हूं। इस बैठक में उन्होंने देश की मौजूदा राजनीतिक स्थिति और संसद के दोनों सदनों में पार्टी की रणनीति पर चर्चा की। सोनिया गांधी ने कहा कि आने वाले समय में कांग्रेस की कठिन परीक्षा है।
बता दें कि संसद के केंद्रीय कक्ष में हुई सीपीपी की बैठक में पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी भी मौजूद थे।