आल इंडिया मुस्लिम जमात (All India Muslim Jamaat) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी (National President Maulana Shahabuddin Razvi Barelvi) ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को पत्र लिखकर इंडिया गठबंधन से धोखा न करने की नसीहत दी है।
नई दिल्ली। आल इंडिया मुस्लिम जमात (All India Muslim Jamaat) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी (National President Maulana Shahabuddin Razvi Barelvi) ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को पत्र लिखकर इंडिया गठबंधन से धोखा न करने की नसीहत दी है। साथ ही कांग्रेस (Congress) को उसकी वरीयता वाली सीटें देने की अपील की है। यह भी कहा है कि सपा ने कांग्रेस (Congress) के साथ गठबंधन धर्म नहीं निभाया तो माना जाएगा कि वह किसी न किसी रूप में भाजपा (BJP) को फायदा पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं।
बरेलवी ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को भेजे गए पत्र में कहा कि आप पीडीए (PDA) अभियान चला रहे हैं। वर्ष 2022 के चुनाव में मुसलमानों ने 98 प्रतिशत वोट देकर ज्यादा से ज्यादा सीटें जिताने का कार्य किया। मुसलमानों के इतने समर्थन के बाद भी राज्यसभा की सीट के लिए एक भी मुसलमान नहीं उतारा गया। इससे समाज के लोगों को तकलीफ हुई है।
मध्य प्रदेश में कांग्रेस (Congress) अच्छी स्थिति में थी लेकिन सपा ने उम्मीदवार उतार कर गठबंधन धर्म नहीं निभाया। उत्तर प्रदेश में इंडिया गठबंधन में सपा की अच्छी स्थिति है लेकिन नकारात्मक रवैए की वजह से रालोद गठबंधन से अलग हो चुका है। अब सपा की ओर से यही नकारात्मक रवैया कांग्रेस के प्रति भी अपनाया जा रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया है कि उत्तर प्रदेश में सपा की ओर से कांग्रेस (Congress) को गलत सीटें दी जा रही हैं। इससे स्पष्ट है कि आप लोकसभा में भाजपा के खिलाफ कमजोर उम्मीदवार उतारने की मंशा रखते हैं। लखनऊ में राजनाथ सिंह के खिलाफ जिस उम्मीदवार की घोषणा की गई है। उससे भी यही प्रतीत होता है कि भाजपा को वॉकओवर दे दिया गया है।
बरेलवी ने कांग्रेस (Congress)की तारीफ करते हुए लिखा है कि कांग्रेस (Congress) के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पूरे देश में नफरत के खिलाफ यात्रा निकाल रहे हैं। वह संविधान बचाने, अमन पसंद लोगों को एकजुट करने में जुटे हैं। ऐसे में सपा को साथ देना चाहिए। भाजपा (BJP) को रोकने के लिए सपा और कांग्रेस (Congress) को एक मंच पर आना होगा। उन्होंने कहा कि किसी भी सूरत में फिरकापरस्त ताकतों को मजबूत करने की गलती न करें। मुसलमानों के जज्बात एवं एहसास को ठेस न पहुंचाएं।