सूर्य पुत्र शनि देव न्याय के कारक है। शनि देव जातकों प्रसन्न होकर जातकों को शुभ फल फल देते है। शनि महाराज को प्रसन्न करने के लिए और शनि दोष से मुक्ति के लिए मंगलवार और शनिवार के दिन हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ करना अत्यंत फलदायी होता है।
Shani Dosh: सूर्य पुत्र शनि देव न्याय के कारक है। शनि देव जातकों प्रसन्न होकर जातकों को शुभ फल फल देते है। शनि महाराज को प्रसन्न करने के लिए और शनि दोष से मुक्ति के लिए मंगलवार और शनिवार के दिन हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ करना अत्यंत फलदायी होता है। इससे शनिदेव प्रसन्न होते हैं। शनि के दुष्प्रभाव से कई प्रकार की शारीरिक कमजोरी आ जाती है। इन समस्याओं से बचे रहने के लिए कुछ आसान उपाय करने से शनिदेव की कृपा मिलती है और समस्याएं दूर हो जाती है। आइये जानते है कुछ आसान उपायों के बारे में जिसको करने से शनिदेव की कृपा मिलती रहती है।
कंबल का दान करना चाहिए
गरीबों की सेवा करने से भी शनि देव की कृपा प्राप्त होती है। इस दिन गरीबों को काला तिल, वस्त्र, उड़द की दाल, जूते-चप्पल और कंबल का दान करना चाहिए।
छाया दान करें
शनि के कारण हड्डियों की समस्या है तो स्नायु तंत्र कमजोर होगा। कई बार शनि के कारण दुर्घटना में हड्डियां टूट जाती हैं तो उसका इलाज लम्बे समय तक चलता है। पक्षाघात के कारण भी यह समस्या हो सकती है। ऐसी दशा में शनिवार शाम को छाया दान करें।
घी लगाते रहें
नाभि पर शनि का प्रभाव रहता है। शनि के बुरे प्रभाव के कारण नाभि के या नाभि से रोग उत्पन्न जाते हैं। नाभि को साफ सुथरा रखें और इस पर ठंड है तो सरसों तेल का नहीं तो घी लगाते रहें।