पिछले साल हुए पश्चिम बंगाल में विधानसभा के चुनाव में भारत के क्रिकेटर और बंगाल के ही रहने वाले मनोज तिवारी ने नेतागिरी की पिच पर भी बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। भारत के लिए कई वनडे मैचों के हिस्सा रहे मनोज टीम इंडिया में स्थायी रुप से जगह भले ना बना पाये हों लेकिन चुनाव में जीत दर्ज कर वो बंगाल के वर्तमान समय के खेल मंत्री जरुर बन गये हैं।
कोलकत्ता। पिछले साल हुए पश्चिम बंगाल में विधानसभा के चुनाव में भारत के क्रिकेटर और बंगाल के ही रहने वाले मनोज तिवारी ने नेतागिरी की पिच पर भी बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। भारत के लिए कई वनडे मैचों के हिस्सा रहे मनोज टीम इंडिया(Team India) में स्थायी रुप से जगह भले ना बना पाये हों लेकिन चुनाव में जीत दर्ज कर वो बंगाल के वर्तमान समय के खेल मंत्री जरुर बन गये हैं।
बता दें कि इस युवा खेल मंत्री को होने वाले भारत घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंट रणजी ट्राफी के लिए बंगाल की टीम में चुना गया है। उन्होंने 17 सालों तक प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेला है। मनोज तिवारी ने बंगाल(West Bengal) के लिए अपना आखिरी मैच मार्च 2020 में खेला था, जब सौराष्ट्र के खिलाफ रणजी ट्राफी का फाइनल मैच था। इसके बाद पिछले सीजन में वो कोरोना और चोट के कारण नहीं खेल पाए थे। लेकिन अब उन्हें टीम में शामिल कर लिया है।
इस टीम की अगुवाई अभिमन्यु ईश्वरन कर रहे हैं। बंगाल की क्रिकेट टीम को ग्रुप बी में रखा गया है, उसके साथ विदर्भ, राजस्थान, केरल, हरियाणा और त्रिपुरा की टीमें भी होंगी। मालूम हो कि मनोज तिवारी ने पिछले साल पश्चिम बंगाल में हुए विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस(Trinmul Congress) के टिकट पर शिबपुर सीट से चुनाव लड़ा था और बीजेपी के रतिन चक्रवर्ती को छह हजार से से अधिक वोटों से हराया था। इसके बाद उन्हें खेलकूद और युवा मामलों का मंत्री बनाया गया। बंगाल 13 जनवरी को त्रिपुरा के खिलाफ अपना पहला रणजी ट्राफी मैच खेलेगा।