सुल्तानपुर डकैती कांड का दूसरा आरोपी अनुज प्रताप सिंह को एसटीएफ ने एनकाउंटर में मारा गिराया है। इससे पहले बीते पांच सितंबर को हुए मंगेश यादव के एनकाउंटर पर सवाल उठाए जा रहे थे। वहीं इसको लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नए भारत के नए उत्तर प्रदेश में व्यापारी की सुरक्षा में कोई सेंध नहीं लगा सकता है। अगर कोई ऐसा करेगा तो इसका खामियाजा उसे भुगतना पड़ेगा।
मिर्जापुर। सुल्तानपुर डकैती कांड का दूसरा आरोपी अनुज प्रताप सिंह को एसटीएफ ने एनकाउंटर में मारा गिराया है। इससे पहले बीते पांच सितंबर को हुए मंगेश यादव के एनकाउंटर पर सवाल उठाए जा रहे थे। वहीं इसको लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नए भारत के नए उत्तर प्रदेश में व्यापारी की सुरक्षा में कोई सेंध नहीं लगा सकता है। अगर कोई ऐसा करेगा तो इसका खामियाजा उसे भुगतना पड़ेगा।
जनपद मीरजापुर में ₹765 करोड़ की 127 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास, 1,500 से अधिक युवाओं को स्मार्टफोन/टैबलेट का वितरण एवं मत्स्य आहार प्लांट की स्थापना हेतु ₹4 करोड़ अनुदान के संवितरण हेतु आयोजित कार्यक्रम में… https://t.co/YRsHDGnc7Z
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) September 23, 2024
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मिर्जापुर में कहा कि ये नए भारत का नया यूपी है। नए यूपी में सुरक्षा भी है तो सम्मान भी है। बेटी की सुरक्षा में कोई सेंध नहीं लगा सकता है। अगर कोई लगाएगा तो उसको खामियाजा भुगतना पड़ेगा। व्यापारी की सुरक्षा में कोई सेंध नहीं लगा सकता। किसान की जमीन पर कोई कब्जा नहीं कर सकता। किसी गरीब की झोपड़ी को कोई उजाड़ने का दुस्साहस नहीं कर सकता है। अगर करेगा तो उसको उसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
2017 से पहले के यूपी में माफिया चलाते थे समानांतर सरकर
सीएम योगी ने पिछली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 2017 से पहले के यूपी में माफिया समानांतर सरकर चलाते थे। कहीं खनन माफिया हावी था, कहीं वन माफिया, कहीं पशु माफिया तो कहीं संगठित अपराध में लिप्त माफियाओं का गिरोह समानांतर सरकारें चलाते थे। जब उनका काफिला निकलता था तो सामान्य जनप्रतिनिधि सहम जाते थे। प्रशासन उनके सामने सैल्यूट देने के लिए मजबूर होता था और किसी की हिम्मत नहीं होती थी कि उन पर हाथ डाल सकें।
आज आप देख रहे हैं कि माफिया आज गिड़गिड़ा रहे हैं
मुख्यमंत्री ने आज के यूपी का उदाहरण देते हुए कहा कि आज आप देख रहे हैं कि माफिया आज गिड़गिड़ा रहे हैं। कह रहे हैं कि हुजूर एक बार जान बख्श दो बस। आगे से ठेली लगाकर पेट भर लेंगे, लेकिन किसी को छेड़ेंगे नहीं। किसी की संपत्ति पर कब्जा नहीं करेंगे। व्यापारी या राहगीर पर गोली नहीं बरसाएंगे।