यूपी की योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार दावा करती है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति (Zero Tolerance Policy) अपनाई जाएगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। लेकिन योगी सरकार का ये दावा जल जीवन मिशन योजना (Jal (Jeevan Mission Yojana) में करोड़ों रुपये भ्रष्टाचार के खेल में हवा-हवाई की साबित हो रहा है।
लखनऊ। यूपी की योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार दावा करती है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति (Zero Tolerance Policy) अपनाई जाएगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। लेकिन योगी सरकार का ये दावा जल जीवन मिशन योजना (Jal (Jeevan Mission Yojana) में करोड़ों रुपये भ्रष्टाचार के खेल में हवा-हवाई की साबित हो रहा है। इस योजना में सारे काम नियम कानून ताख पर रखकर अधिकारी कार्य कर रहे हैं। जल जीवन मिशन योजना (Jal Jeevan Mission Yojana) भ्रष्टाचार की खबरें आए दिन उजागर होती रहती हैं, लेकिन सरकार के तरफ से भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कोई ऐक्शन लिए जाने के बजाए ठंडे बस्ते में डाल दी जाती हैं। ऐसे में एक बात साफ हो जाती है कि योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति (Zero Tolerance Policy) सिर्फ कागजों तक ही सीमित है। यथार्थ से उसका कोई नाता नहीं है।
यही वजह है कि जल जीवन मिशन योजना में बड़े पदों पर बैठे अधिकारी बुलंद हौंसलों से आए दिन नियम कानून को ताख पर रखकर अपनों को रेवड़ियां बांटने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। ताजा मामला यूपी के लखीमपुर जिले में जल निगम के के अधिशासी अभियंता (एक्सईएन) योगेंद्र कुमार नीरज का भ्रष्टाचार खेल सामने आया है। आरोप है कि एसईएन योगेंद्र कुमार नीरज अपने सगे भाई उपेंद्र कुमार नीरज को करोड़ों का काम दिलाया भाई की फर्म मेसर्स अक्षिता कंस्ट्रक्शन को ठेका दिलाया अक्षिता कंस्ट्रक्शन के पास 263 परियोजनाओं का काम योगेंद्र ने बड़ी फर्म पर दबाव डालकर भाई को काम दिलाया।
Video-शिकायतकर्ता ने जल निगम से लेकर CM तक शिकायत की
बताते चलें कि एक्सईएन योगेंद्र जल जीवन मिशन के नोडल अधिकारी हैं बिना इनके दस्तखत किसी भी फर्म को भुगतान नहीं होगा जिले स्तर पर हुई शिकायत पर कोई एक्शन नहीं लिया गया। मिली जानकारी के अनुसार सत्ताधारी दल BJP के तीन विधायक (योगेंद्र वर्मा, सौरभ सिंह व विनोद शंकर अवस्थी) एक्सईएन योगेंद्र कुमार नीरज के खिलाफ कार्रवाई के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) को पत्र लिख चुके हैं। लेकिन अभी तक भ्रष्ट एसईएन योगेंद्र कुमार नीरज पर अभी तक कोई ऐक्शन नहीं हुआ। उलटा शिकायती पत्र को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है।
बताते चलें कि करीब सात माह पूर्व सुल्तानपुर जिले जल जीवन मिशन के अंतर्गत कार्य कर रही एजेंसी को ब्लैक लिस्ट कर पेमेंट रोक दिया था। इसके साथ ही काम की जांच करवाने का आदेश जल निगम के एक्सईएन (अधिशासी अभियंता) संतोष कुमार ने दिया था। पेमेंट रोकने और काम की जांच करवाने से नाराज ठेकेदार अमित कुमार ने सुल्तानपुर में दिनदहाड़े जल निगम के एक्सईएन (अधिशासी अभियंता) संतोष कुमार की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी।