लखनऊ। यूपी (UP) के भारी भरकम बजट का करीब एक चौथाई हिस्सा बिना खर्च हुए खजाने में ही रह गया। ये स्थिति वर्ष 2018-19 से वर्ष 2022-23 तक अलग-अलग वर्षों में बढ़ती-घटती रही। नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) की रिपोर्ट में ये खुलासा हुआ है। सीएजी (CAG) की वित्त विभाग