मोबाइल फोन हमारे जीवन का एक हिस्सा बन चुका है। वहीं आज कल पढ़ाई से लेकर नौकरी तक में कहीं न कहीं मोबाइल का सहारा लेना पड़ता है। इसलिए जो लोग घंटों मोबाइल पर स्क्रॉलिंग करते रहते हैं। इसका असर उनके शरीर, मन और भावनाओं पर भी पड़ने लगता है।
मोबाइल फोन हमारे जीवन का एक हिस्सा बन चुका है। वहीं आज कल पढ़ाई से लेकर नौकरी तक में कहीं न कहीं मोबाइल का सहारा लेना पड़ता है। इसलिए जो लोग घंटों मोबाइल पर स्क्रॉलिंग करते रहते हैं। इसका असर उनके शरीर, मन और भावनाओं पर भी पड़ने लगता है।