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राष्ट्र की सुरक्षा नीति का मूल भाव यही है कि हम वसुधैव कुटुम्बकम भी कहते हैं और धर्मो रक्षति रक्षितः का मंत्र भी दोहराते हैं: पीएम मोदी

पीएम ने कहा, आज 'सबका साथ-सबका विकास, सर्वजन हिताय-सर्वजन सुखाय' जैसी हमारी नीतियों के पीछे भी भगवान श्री कृष्ण के इन्हीं श्लोकों की प्रेरणा है। भगवान श्री कृष्ण हमें गरीबों की सहायता का मंत्र देते हैं। और इसी मंत्र की प्रेरणा आयुष्मान भारत और पीएम आवास जैसी योजना का आधार बन जाती है। भगवान श्री कृष्ण हमें नारी सुरक्षा, नारी सशक्तिकरण का ज्ञान सिखाते हैं।

By शिव मौर्या 
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PM Modi Karnataka Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज कर्नाटक दौरे (karnataka tour) पर पहुंचे हैं। वहां पर वो उडुपी में श्री कृष्ण मठ पहुंचे हैं, जहां वे ‘लक्ष कंठ गीता पारायण’ कार्यक्रम में शामिल हुए हैं। इस दौरान उन्होंने कहा, भगवान श्रीकृष्ण के दिव्य दर्शनों की संतुष्टि, श्रीमद्भागवत गीता के मंत्रों की ये आध्यात्मिक अनुभूति और इतने सारे पूज्य संतो, गुरुओं की ये उपस्थिति मेरे लिए ये परम सौभाग्य है। मेरे लिए ये असंख्य पुण्यों को प्राप्त करने जैसा है। अभी 3 दिन पहले ही मैं गीता की धरती कुरुक्षेत्र में था। अब आज भगवान श्री कृष्ण के आशीर्वाद और जगद्गुरू श्री माधवाचार्य जी के यश की इस भूमि पर आना मेरे लिए परम संतोष का अवसर है।

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उन्होंने आगे कहा, आज के इस अवसर पर जब एक लाख लोगों ने एक साथ भगवदगीता के श्लोक पढ़ें, तो पूरे विश्व के लोगों ने भारत की सहस्त्र वर्षों की दिव्यता का साक्षात दर्शन भी किया है। पीएम मोदी ने कहा, मेरा जन्म गुजरात में हुआ और गुजरात एवं उडुपी के बीच गहरा और विशेष संबंध रहा है। मान्यता है कि यहां स्थापित भगवान श्री कृष्ण के विग्रह की पूजा पहले द्वारका में माता रुक्मिणी करती थीं। बाद में जगद्गुरु श्री माधवाचार्य जी ने इस प्रतिमा को यहां पर स्थापित किया।

पीएम मोदी (PM Modi) ने आगे कहा, अभी पिछले ही वर्ष मैं समुद्र के भीतर श्री द्वारका जी के दर्शन करने गया था, वहां से भी आशीर्वाद ले आया। आप खुद समझ सकते हैं कि मुझे इस प्रतिमा के दर्शन करके क्या अनुभूति हुई होगी। इस दर्शन में मुझे एक आत्मीय और आध्यात्मिक आनंद दिया है। साथ ही कहा, उडुपी आना मेरे लिए एक और वजह से विशेष होता है। उडुपी जनसंघ और भाजपा के सुशासन के मॉडल की कर्मभूमि रही है। 1968 में उडुपी के लोगों में जनसंघ के हमारे वी एस आचार्य जी को यहां की नगर पालिका परिषद में विजयी बनाया था। उसके साथ ही उडुपी ने एक नए गवर्नेंस मॉडल की नींव भी रखी थी।

साथ ही कहा, आज हम स्वच्छता के जिस अभियान का राष्ट्रीय रूप देख रहे हैं, उसे उडुपी ने 5 दशक पहले अपनाया था। जलापूर्ति और ड्रेनेज सिस्टम का एक नया मॉडल देना हो, उडुपी ने ही 70 के दशक में इन कार्यक्रमों की शुरुआत की थी। उन्होंने आगे कहा, हमारे समाज में मंत्रों का और गीता के श्लोकों का पाठ तो शताब्दियों से हो रहा है, पर जब एक लाख कंठ, एक स्वर में इन श्लोकों का ऐसा उच्चारण करते हैं, जब इतने सारे लोग गीता जैसे पुण्य ग्रन्थ का पाठ करते हैं, जब ऐसे दैवीय शब्द एक स्थान पर एक साथ गूंजते हैं, तो एक ऐसी ऊर्जा निकलती है, जो हमारे मन को, हमारे मष्तिष्क को एक नया स्पंदन और नई शक्ति देती है।

पीएम ने कहा, आज ‘सबका साथ-सबका विकास, सर्वजन हिताय-सर्वजन सुखाय’ जैसी हमारी नीतियों के पीछे भी भगवान श्री कृष्ण के इन्हीं श्लोकों की प्रेरणा है। भगवान श्री कृष्ण हमें गरीबों की सहायता का मंत्र देते हैं। और इसी मंत्र की प्रेरणा आयुष्मान भारत और पीएम आवास जैसी योजना का आधार बन जाती है। भगवान श्री कृष्ण हमें नारी सुरक्षा, नारी सशक्तिकरण का ज्ञान सिखाते हैं। उसी ज्ञान की प्रेरणा से देश नारीशक्ति वंदन अधिनियम का ऐतिहासिक निर्णय करता है। राष्ट्र की सुरक्षा नीति का मूल भाव यही है कि हम वसुधैव कुटुम्बकम भी कहते हैं और हम धर्मो रक्षति रक्षितः का मंत्र भी दोहराते हैं। हम लाल किले से श्री कृष्ण की करुणा का संदेश भी देते हैं और उसी प्राचीर से मिशन सुदर्शन चक्र की उद्घोषणा भी करते हैं।

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