कार्यक्रम का प्रारंभ संस्थान के प्रवक्ता व मीडिया-पी०आर० प्रकोष्ठ अध्यक्ष प्रो० (डॉ०) ए० पी० जैन द्वारा दिए गए निदेशक, प्रो० (डॉ०) सी० एम० सिंह के प्रभावशाली जीवन वृतांत एवं प्रशंसनीय विस्तृत विवरण से हुआ, जिससे सभागार में उपस्थित समस्त शंका सदस्य प्रोत्साहित हुए और उनमें हर्षोल्लास की लहर दौड़ गई।
लखनऊ। लोहिया संस्थान के नवनियुक्त निदेशक प्रो० (डॉ०) सी० एम० सिंह ने कमान संभालते ही संस्थान की समस्त फैकल्टी संकाय सदस्यों एवं विभागध्यक्षों से शुक्रवार सीधा संवाद किया। डॉ० राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के एकेडमिक ब्लॉक भवन के प्रथम तल पर स्थित खचाखच भरे हुए लेक्चर थिएटर-4 सभागार में कार्यक्रम संपन्न हुआ।
कार्यक्रम का प्रारंभ संस्थान के प्रवक्ता व मीडिया-पी०आर० प्रकोष्ठ अध्यक्ष प्रो० (डॉ०) ए० पी० जैन द्वारा दिए गए निदेशक, प्रो० (डॉ०) सी० एम० सिंह के प्रभावशाली जीवन वृतांत एवं प्रशंसनीय विस्तृत विवरण से हुआ, जिससे सभागार में उपस्थित समस्त शंका सदस्य प्रोत्साहित हुए और उनमें हर्षोल्लास की लहर दौड़ गई।
निदेशक डॉक्टर सिंह ने लेक्चर थिएटर सभागार में मौजूद प्रत्येक उपस्थित संकाय सदस्य फैकल्टी से सार्वजनिक पटल पर सीधा संवाद कर उनसे परिचय प्राप्त करते हुए संस्थान प्रशासन से उनकी अपेक्षाओं और संस्थान की ज्वलंत समस्याओं पर चर्चा करते हुए उनके निदान हेतु उनके संज्ञान लिया।
इन बिंदुओ पर चर्चा हुई
– संस्थान में संजय गांधी पीजीआई व अखिल भारतीय आर्युविज्ञान संस्थान, नई दिल्ली में प्रचलित व्यवस्थानुसार संस्थान के संकाय सदस्यों की प्रोन्नति की अर्हता पूर्ण करने की तिथि के उपरांत आने वाली 01 जुलाई से प्रोन्नत पद के वेतनमान का पुराने एरियर सहित भुगतान कराया जाना।
– संकाय सदस्यों के लिए आवास की व्यवस्था का विस्तार तथा वर्तमान आवास की आवश्यक मरम्मत हेतु कार्यों के प्रति संस्थान की कटिबद्धता।
– संस्थान के आचार्य पदों में वरिष्ठ पदों को नियमानुसार सृजित एवं अथवा हायर एकेडमिक ग्रेड पर अनुमन्य कराया जाना।
– संस्थान को नवीनतम ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी से सुसज्जित रोबोटिक सर्जरी पद्धति का समावेश किया जाना।
– अनुसंधान और शोध के क्षेत्र में संस्थान को उत्कृष्ट सेंटर आफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित कर एवं नई ऊंचाइयों पर ले जाने पर भी निदेशक डॉक्टर सिंह ने जोर दिया।