बीजेपी सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, कांग्रेस ने भगवान राम को काल्पनिक कहा था, जबकि महात्मा गांधी खुद राम राज्य की कल्पना करते थे। उन्होंने कहा, कांग्रेस के पास इस बार मौका था कि आप अपने को बदल कर दिखा सकते थे। परंतु इन्होंने इस बार भी ये नहीं किया।
नई दिल्ली। श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे,सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी शामिल नहीं होंगे। कांग्रेस की तरफ से बुधवार को इसकी जानकारी दी गयी थी। कांग्रेस के इस फैसले पर भाजपा हमलावर हो गयी है। भाजपा नेताओं की तरफ से लगातार कांग्रेस पर निशाना साधा जा रहा है। भाजपा ने गुरुवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस अब बहिष्कार पार्टी बन गई है।
बीजेपी सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, कांग्रेस ने भगवान राम को काल्पनिक कहा था, जबकि महात्मा गांधी खुद राम राज्य की कल्पना करते थे। उन्होंने कहा, कांग्रेस के पास इस बार मौका था कि आप अपने को बदल कर दिखा सकते थे। परंतु इन्होंने इस बार भी ये नहीं किया। आज रामराज्य की प्राण प्रतिष्ठा का श्रीगणेश हो रहा है, लेकिन कांग्रेस उसके पक्ष में नहीं है। इससे साफ है कि गांधी जी की कांग्रेस और नेहरू की कांग्रेस में बहुत अंतर है। इससे कांग्रेस के अंदर हिंदू धर्म के प्रति जो विरोध है वो दर्शाता है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, कुछ दिनों पूर्व पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी जी, जो इन्हीं की पार्टी के थे उनके भारत रत्न समारोह का भी कांग्रेस ने बहिष्कार कर दिया था। अभी कुछ महीने पहले उन्होंने नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार किया। जब GST लागू हुआ तो उसका भी बहिष्कार किया। G20 के समय दुनिया के सबसे शक्तिशाली 20 देशों के राष्ट्राध्यक्ष भारत आए थे, उसमें भी महामहिम राष्ट्रपति के द्वारा दिए गए भोज का भी कांग्रेस ने बहिष्कार किया।
उन्होंने कहा, भारत का इतिहास जब-जब करवट ले रहा होता है, तब-तब वो उस अवसर के साथ खड़े न होकर कांग्रेस की तरफ से उसका बहिष्कार किया जाता है। उन्होंने कहा, अच्छे से अच्छे अनुष्ठान में विघ्न उत्पन्न करके संतोष प्राप्त करने वाली प्रवृत्ति की परिचायक कांग्रेस के साथ पता नहीं कौन सी समस्या है?