Nirahua vs Khesari: बिहार विधानसभा चुनाव के बीच भोजपुरी स्टार दिनेश लाल यादव 'निरहुआ' और खेसारी लाल यादव के बीच जुबानी जंग जारी है। इस क्रम में भाजपा नेता निरहुआ ने एक बार फिर आरजेडी के छपरा से उम्मीदवार खेसारी को आड़े हाथों लिया है। निरहुआ ने कहा कि सबसे अश्लील भोजपुरी गाने गाने वाला (खेसारी) तेजस्वी तेजस्वी के लिए प्रचार कर रहा है। यह टिप्पणी उन्होंने आरजेडी के राज्यसभा सांसद संजय यादव के इस बयान पर प्रतिक्रिया दी है कि भाजपा प्रचार के लिए अश्लील गायकों का इस्तेमाल कर रही है।
Nirahua vs Khesari: बिहार विधानसभा चुनाव के बीच भोजपुरी स्टार दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ और खेसारी लाल यादव के बीच जुबानी जंग जारी है। इस क्रम में भाजपा नेता निरहुआ ने एक बार फिर आरजेडी के छपरा से उम्मीदवार खेसारी को आड़े हाथों लिया है। निरहुआ ने कहा कि सबसे अश्लील भोजपुरी गाने गाने वाला (खेसारी) तेजस्वी तेजस्वी के लिए प्रचार कर रहा है। यह टिप्पणी उन्होंने आरजेडी के राज्यसभा सांसद संजय यादव के इस बयान पर प्रतिक्रिया दी है कि भाजपा प्रचार के लिए अश्लील गायकों का इस्तेमाल कर रही है।
पटना में मीडिया से बातचीत में भाजपा नेता और भोजपुरी अभिनेता दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ ने संजय यादव के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “तेजस्वी यादव को बताया जाना चाहिए कि जो व्यक्ति सबसे अश्लील भोजपुरी गाने गाने में ‘महारत’ रखता है, वही उनके लिए प्रचार कर रहा है। मैंने पहले ही कहा था कि वह हर दिन अपने बयान बदलते हैं। जब उनसे अश्लील गानों के बारे में पूछा जाता है, तो वे रवि किशन, मनोज तिवारी, पवन सिंह और मुझ पर दोष मढ़ते हैं, लेकिन जब उन्हें बताया जाता है कि उन्होंने हमसे सीखा है, तो वे इससे इनकार करते हैं और कहते हैं, ‘हम छपरा के हैं, हम उनका अनुसरण क्यों करेंगे?’ वे अपनी ही बात पर कायम नहीं रहते।”
‘निरहुआ’ ने आगे कहा, “खेसारी लाल यादव का यह कहना कि वह अपना प्रमाण पत्र लेने नहीं जाएंगे, दिखाता है कि वह नतीजों से पहले भागने की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने पहले बड़ी-बड़ी बातें की थीं, लेकिन अब डरे हुए हैं।” उन्होंने कहा, “मैं अब भी अपने बयान पर कायम हूं। राम मंदिर की जगह बस राम मंदिर बनना चाहिए था। अयोध्या तो सिर्फ झांकी है, अभी काशी मथुरा बाकी है। हम यही कहते रहेंगे। हम लोगों को शिक्षा, रोजगार और सुरक्षा दे रहे हैं, लेकिन इसके साथ ही हम अपने धर्म की भी बात कर रहे हैं… अपनी हार के बाद भी मैंने आजमगढ़ नहीं छोड़ा है। मैं आजमगढ़ के लिए काम करता रहूंगा… उन्होंने जो कुछ भी कहा है, उससे कहिए कि छपरा छोड़कर न भागे।”