उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर के बेटे के पूर्व ड्राइवर रामजीत राजभर को पुलिस ने अंबेडकरनगर से हिरासत में लिया है। पूर्व ड्राइवर पर मंत्री ओमप्रकाश राजभर के डायमंड अपार्टमेंट से लाखों रुपये चोरी करने का आरोप है। सोशल मीडिया पर चल रही खबरों की माने तो चोरी की रकम काफी ज्यादा है।
अंबेडकरनगर/लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर के बेटे के पूर्व ड्राइवर रामजीत राजभर को पुलिस ने अंबेडकरनगर से हिरासत में लिया है। पूर्व ड्राइवर पर मंत्री ओमप्रकाश राजभर के डायमंड अपार्टमेंट से लाखों रुपये चोरी करने का आरोप है। सोशल मीडिया पर चल रही खबरों की माने तो चोरी की रकम काफी ज्यादा है। हालांकि, कैबिनेट मंत्री के बेटे अरविंद राजभर का कहना है कि, पूर्व ड्राइवर ने वर्तमान के ड्राइवर के इलाज के लिए रखे गए 2 लाख 75 हजार रुपये और उसकी पत्नी के जेवरात चोरी किए थे।
मीडिया रिपोर्ट की माने तो, अंबेडकरनगर की टांडा कोतवाली क्षेत्र के ग्राम पहाड़पुर निवासी रामजीत राजभर प्रदेश सरकार के मंत्री ओमप्रकाश राजभर के बेटे अरविंद राजभर की गाड़ी चलाता था। दीपावली के पहले रामजीत राजभर घर आए थे। परिजनों के मुताबिक मंगलवार की सुबह बाइक से पुलिस आई थी, जिसके बाद गाड़ी से आए। पुलिस ने पहले पूछताछ के बाद रामजीत के घर की तलाशी की और उसे अपने साथ ले गए। इस दौरान उसके घर से रुपये बरामदगी की भी बात कही जा रही है। हालांकि, कितने रुपये चोरी हुए अभी तक ये स्पष्ट नहीं हो सका है।
पत्रकारों द्वारा माननीय मंत्री श्री ओमप्रकाश राजभर जी के गाड़ी से कैस चोरी की खबर बेबुनियाद!@AHindinews @PTI_News @oprajbhar pic.twitter.com/LQCc6gynj8
— Arvind Rajbhar – डॉ. अरविंद राजभर (@arvindrajbhar07) November 5, 2024
वहीं, कैबिनेट मंत्री ओपी रजभर के बेट अरविंद राजभर ने इस मामले पर अपना बयान जारी किया है। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर अपना वीडिया शेयर किया है, जिसमें उन्होंने कहा, लखनऊ के सदर बाजार में डायमंड अपार्टमेंट में रहते हैं। मेरे से साथ मेरा साथी और ड्राइवर संजय राजभर बीते 10 सालों से रहते हैं उनके मुंह में कैंसर हो गया था। उनके इलाज के लिए तीन लाख रुपये इक्कठ्ठा किए गए थे। उनका उपचार मेदांता अस्पताल लखनऊ में चल रहा था। इलाज के दौरान वो डायमंड अपार्टमेंट में पत्नी के साथ रहते थे। 2.9.24 को पूर्व ड्राइवर रामजीत राजभर एक दिन संजय राजभर से बातचीत कर डायमंड अपार्टमेंट आया और वहां की चाबी ली। इसके बाद वहां पर संजय राजभर के इलाज के लिए रखे गए 2 लाख 75 हजार कैश और उसकी पत्नी के जेवर लेकर भाग गया। इसकी सूचना लखनऊ के हुसैनगंज पुलिस को दी गयी थी, जिसके बाद पुलिस रामजीत राजभर की तलाश कर रही थी। इसी दौरान हुसैनगंज पुलिस को पता लगा कि रामजीत अपने घर आया हुआ है। इसके बाद हुसैनगंज पुलिस ने वहां की पुलिस से संपर्क किया और उसे गिफ्तार किया। अरविंद राजभर ने दावा किया कि, उसके पास से कुछ कैश भी बरामद हुआ है।