शुगर का कोई इलाज नहीं है। बस इसे नियंत्रित किया जा सकता है। लाइफस्टाईल और खानपान में बदलाव से शुगर को कंट्रोल किया जा सकता है। डायबिटीज में सदाबहार का फूल कंट्रोल करने काफी हद तक मदद कर सकता है।
खराब जीवनशैली और कुछ भी अनाप शनाप खा लेनी की आदत ने डायबिटीज के मामलों में बढ़ोत्तरी हो रही है। शरीर में इंसुलिन का उत्पादन नहीं करता है या इंसुलिन का उपयोग ठीक से नहीं कर पाता है। इंसुलिन एक हार्मोन है जो शरीर को भोजन से ग्लूकोज को ऊर्जा मे बदलने में हेल्प करता है।
शुगर का कोई इलाज नहीं है। बस इसे नियंत्रित किया जा सकता है। लाइफस्टाईल और खानपान में बदलाव से शुगर को कंट्रोल किया जा सकता है। डायबिटीज में सदाबहार का फूल कंट्रोल करने काफी हद तक मदद कर सकता है।
सदाबहार का एक फूल वाला पौधा है जिसका उपयोग सदियों से पारंपरिक चिकित्सा में किया जाता रहा है। सदाबहार में ऐसे कंपाउंड होते है जो आयुर्वेद के अनुसार डायबिटीज मैनेज पर सकारात्मक असर डालता है। सदाबहार में के पौधे में एल्कलॉइड्स पाया जाता है। ये कंपाउंड ब्लड शुगर लेवल को कम करता है और इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ाकर काम करते है।
ऐसे करें सदाबहार का इस्तेमाल
सदाबहार की पत्तियों को साफ करके सुखाकर इसका पाउडर बना लें। फिर इसे एक एयरटाइट कंटेनर में रख लें। इस पाउडर को डेली एक चम्मच एक कप ताजे फलों के जूस या फिर पानी के साथ खाये। आप सदाबहार के फूल का भी कर सकते है सेवन। इसके लिए एक कप पानी में सदाबहार के फूल को उबाल लें। अब इस पानी को छानकर डेली सुबह खाली पेट पीएं।