हल्दी (Turmeric) ऐसा मसाला है, जो खाने का स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ औषधि का भी काम करता है, जब हल्दी को दूध के साथ मिलाकर पिया जाता है, तो यह सिर्फ एक साधारण पेय नहीं बल्कि प्राकृतिक औषधि (Natural Medicine) बन जाता है। पुराने समय में दादी-नानी चोट लगने, सर्दी-जुकाम या शरीर में कमजोरी होने पर हमेशा हल्दी वाला दूध पीने की सलाह देती थीं।
नई दिल्ली : हल्दी (Turmeric) ऐसा मसाला है, जो खाने का स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ औषधि का भी काम करता है, जब हल्दी को दूध के साथ मिलाकर पिया जाता है, तो यह सिर्फ एक साधारण पेय नहीं बल्कि प्राकृतिक औषधि (Natural Medicine) बन जाता है। पुराने समय में दादी-नानी चोट लगने, सर्दी-जुकाम या शरीर में कमजोरी होने पर हमेशा हल्दी वाला दूध पीने की सलाह देती थीं। आज विज्ञान भी मानता है कि हल्दी-दूध (Turmeric Milk) शरीर के लिए किसी सुपर ड्रिंक से कम नहीं है। सोने से पहले हल्दी-दूध (Turmeric Milk) पीना बेहद फायदेमंद है। यह मस्तिष्क को होने वाले नुकसान से बचाता है और अल्जाइमर जैसी बीमारियों का खतरा कम करता है।
हल्दी में मेलाटोनिन नामक तत्व की मात्रा बढ़ाने की क्षमता होती है, जिससे नींद गहरी और अच्छी आती है। यही वजह है कि इसे नैचुरल स्लीप बूस्टर (Natural sleep Booster) भी कहा जाता है। इसके अलावा हल्दी-दूध (Turmeric Milk) आंखों की रोशनी बढ़ाने, पाचन तंत्र को दुरुस्त करने और आंतों को साफ रखने में भी मदद करता है। हल्दी में मौजूद करक्यूमिन (Curcumin) तत्व शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और कैंसर जैसी बीमारियों से भी बचाव करता है। यह दूध के साथ मिलकर हड्डियों को मजबूत बनाता है और ऑस्टियोपोरोसिस (Osteoporosis) का खतरा घटाता है। साथ ही यह रक्त में मौजूद टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है और लीवर को स्वस्थ रखता है।
सुंदरता की दृष्टि से भी हल्दी-दूध (Turmeric Milk) बेहद फायदेमंद है। यह कोलेजन निर्माण को बढ़ाता है, जिससे त्वचा मुलायम और चमकदार बनती है। इसके अलावा, इसमें एंटीबायोटिक (Antibiotic) और एंटीबैक्टीरियल गुण (Antibacterial Properties) भी होते हैं, जो शरीर को हर तरह के संक्रमण से बचाते हैं। अगर इसमें काली मिर्च (Black Pepper) भी मिलाई जाए तो इसका असर और दोगुना हो जाता है, क्योंकि काली मिर्च हल्दी (Black Pepper and Turmeric) में मौजूद करक्यूमिन को शरीर में बेहतर तरीके से अवशोषित करने में मदद करती है।