प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder Case) के 25 दिन बाद अब बुलडोजर के एक्शन की बारी उन शूटरों के संपत्ति की आई है, जिन्होंने इस हत्याकांड को अंजाम दिया। पांच लाख के इनामी शूटर मोहम्मद गुलाम के भाई राहिल ने कहा कि शूट आउट की तस्वीरों में दिख रहा शख्स मेरा भाई मोहम्मद गुलाम ही है। उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder Case) में आज भी बुलडोजर एक्शन देखने को मिल रहा है।
लखनऊ। प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder Case) के 25 दिन बाद अब बुलडोजर के एक्शन की बारी उन शूटरों के संपत्ति की आई है, जिन्होंने इस हत्याकांड को अंजाम दिया। पांच लाख के इनामी शूटर मोहम्मद गुलाम के भाई राहिल ने कहा कि शूट आउट की तस्वीरों में दिख रहा शख्स मेरा भाई मोहम्मद गुलाम ही है। उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder Case) में आज भी बुलडोजर एक्शन देखने को मिल रहा है।
5 लाख रुपये का इनामी शूटर गुलाम शिवकुटी थाना क्षेत्र के तेलियरगंज इलाके का रहने वाला है। रसूलाबाद चौराहे पर शूटर गुलाम का 350 वर्ग गज से अधिक जमीन पर मकान बना हुआ है। मकान के साथ ही सड़क के हिस्से में 4 दुकानें भी हैं। ध्वस्तीकरण की कार्रवाई से पहले प्रयागराज विकास प्राधिकरण (PDA ) की टीम ने पहुंचकर दुकानों को खाली करवाया लिया। इसके बाद घर के अंदर रखे सामान को भी बाहर निकलवा दिया। इसके बाद कड़ी सुरक्षा व्यवस्था पुलिस और मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में गुलाम का घर गिराने की कार्रवाई शुरू की गई। रिहायशी इलाके में मोहम्मद गुलाम का मकान होने के चलते मजदूरों की मदद से मकान गिराया जाएगा।
बता दें कि उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder Case) में दुकान के अंदर से निकलकर कैप पहने हुए जिस शूटर ने फायरिंग की थी, उसकी पहचना गुलाम हसन के रूप में हुई थी। हत्याकांड में शामिल कई आरोपी फरार चल रहे हैं। इनकी तलाश में कई टीमें लगाई गईं हैं।
मोहम्मद गुलाम की मां और भाई राहिल हसन ने कहा कि गुलाम ने बहुत गलत किया है, अगर पुलिस मोहम्मद गुलाम का एनकाउंटर करती है तो वो न तो चेहरा देखेंगे, ना ही उसका शव लेंगे। राहिल हसन, प्रयागराज बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा का कार्यकर्ता था। उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder Case) के बाद प्रयागराज बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा (Prayagraj BJP Minority Front ) को ही भंग कर दिया गया था।
इलेक्ट्रिक दुकान पर उमेश पाल का इंतजार कर रहा था गुलाम मोहम्मद
गुलाम उस गैंग का अहम हिस्सा है, जिसने उमेश पाल की सुपारी ली थी। वारदात वाले दिन मोहम्मद गुलाम, उमेश पाल (Umesh Pal) के घर की गली में मौजूद एक इलेक्ट्रिक दुकान मे खड़ा था। साजिश की ब्लू प्रिंट को हिसाब से तैयारी पूरी थी। मोहम्मद गुलाम उमेश पाल (Umesh Pal) का इंतजार कर रहा था और दुकानदार से बात कर रहा था। जैसे ही उमेश पाल (Umesh Pal) सामने से आता दिखाई देता है, मोहम्मद गुलाम पॉकेट से पिस्तौल निकालकर फायरिंग करता है और दुकान से निकल जाता है। फायरिंग होते ही दुकानदार दुकान का शटर बंद कर देता है।