प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder Case) में गुरुवार को नया सीसीटीवी फुटेज सामने आने से हड़कंप मच गया है। फुटेज में साफ दिखाई दे रहा है कि गोली लगने के बावजूद घायल अवस्था में उमेश माफिया अतीक का बेटा असद से भिड़ गया। हालांकि भागने के दौरान असद ने फिर से गोलियों की बौछार कर दी।
प्रयागराज। प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder Case) में गुरुवार को नया सीसीटीवी फुटेज सामने आने से हड़कंप मच गया है। फुटेज में साफ दिखाई दे रहा है कि गोली लगने के बावजूद घायल अवस्था में उमेश माफिया अतीक का बेटा असद से भिड़ गया। हालांकि भागने के दौरान असद ने फिर से गोलियों की बौछार कर दी।
उमेश पाल (Umesh Pal) ने आखिरी क्षण में घर में घुसकर जान बचाने का प्रयास किया। गोलियां चलने की आवाज सुन घटनास्थल पर पहुंची उमेश की भतीजी ने यह सब कुछ अपनी आंखों से देखा। उमेश पाल की हत्या के दौरान गोलियों की तड़तड़ाहट के बीच पहुंची उनकी भतीजी उस खौफनाक मंजर को याद कर अब भी कांप जाती है।
गोलियों की बरसात और बम के धमाकों की आवाज सुनकर निकली भतीजी जब शूटरों के बीच पहुंची। तब उमेश ने अपनी जान की फिक्र न करते हुए सबसे पहले उसे घर में भाग जाने की हिदायत दी थी। तब शूटर गुलाम से लड़ते हुए उमेश ने आखिरी बार भतीजी से कहा था कि बिटिया तुम भाग जाओ। चीखते हुए किशोरी के भागने के कुछ सेकेंड के भीतर ही गली में गुड्डू मुस्लिम ने बम फेंक दिया था, जिससे उमेश की जान ले ली।
इस हत्याकांड की चश्मदीद बार-बार बेसुध हो जा रही है। घटना के दूसरे दिन ही परिजनों ने उसे नानी के घर भेज दिया। वहां भी वह घटना को याद कर दहल जा रही है। दरअसल जब उस्मान ने उमेश पर गोली चलाई और गुड्डू मुस्लिम ने क्रेटा कार के आसपास बम बरसाना शुरू किया, तब सबसे पहले गली में खुलने वाले दरवाजे से एक किशोरी दौड़ते हुए शूटरों के बीच पहुंच गई थी।
लहूलुहान चाचा को देख चीखती रही भतीजी
वह उमेश की भजीती थी। गली के मोड़ पर गोली लगने से लहूलुहान चाचा को देख वह चीखती रही। उसी दौरान पीछे से आए गुलाम ने गली के मोड़ पर जब उमेश पर गोली चलाई, तब उसने हिम्मत कर गुलाम से गुत्थमगुत्था शुरू कर दी और भतीजी को कहा कि बिटिया तुम घर में भाग जाओ।
असद ने उमेश की गर्दन पर गोली मारी
उसी समय पीछे से दौड़कर आए असद ने उमेश की गर्दन पर गोली मार दी। इसके बाद भी वह भागकर कमरे की ओर गया, लेकिन तबतक गुड्डू मुस्लिम ने गली में बम मार दिया ता। इससे कई छर्रे उमेश और सुरक्षाकर्मी को लगे थे।
उमेश के भतीजे दिव्यांश ने बताया कि उस्मान, गुलाम और असद की गोलियां लगने के बाद भी चाचा बच सकते थे, लेकिन गली में फेंके गए बम ने उनकी जान ले ली। दिव्यांश की मानें तो गोली -बम की आवाज सुनकर घर के लोग दौड़े थे। चाची जया पाल भी छत से वह दृश्य देखकर दौड़ीं लेकिन, किसी का बस नहीं चल सका। हम लोग पहुंचे, तब तक शूटर भाग चुके थे।