उत्तरप्रदेश में होने वाले विधानसभा के चुनाव से इस्लामाबाद क्या चाह रहा है ये पढ़कर आप हैरान जरुर होंगे। लेकिन बता दें कि हम पाकिस्तान के राजधानी की बात यहां नहीं कर रहे। हम बात कर रहे हैं बिजनौर जिले में स्थित एक गांव की। इस गांव का नाम पड़ोसी देश पाकिस्तान की राजधानी से एकदम मिलता-जुलता है।
इस्लामाबाद। उत्तरप्रदेश(UP Election 2022) में होने वाले विधानसभा के चुनाव से इस्लामाबाद क्या चाह रहा है ये पढ़कर आप हैरान जरुर होंगे। लेकिन बता दें कि हम पाकिस्तान के राजधानी की बात यहां नहीं कर रहे। हम बात कर रहे हैं बिजनौर जिले में स्थित एक गांव की। इस गांव का नाम पड़ोसी देश पाकिस्तान की राजधानी से एकदम मिलता-जुलता है। इस गांव का नाम इस्लामाबाद है जो बिजनौर जिला मुख्यालय से करीब 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
एक रिपोर्ट में इस गांव का जिक्र करते हुए यहां के कई आंकड़े पेश किए हैं। यहां के लोग भी इस चुनाव को लेकर उत्सुक हैं, उन्होंने चुनाव से अपनी कुछ उम्मीदें भी लगा रखी हैं। इस्लामाबाद में भी मतदाता वोट डालने और अपने नए प्रतिनिधि को चुनने के अपने मौके का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। यहां लगभग दस हजार की आबादी निवास करती है जिसमें से लगभग 4700 लोग मतदान करने के पात्र हैं।
इस्लामाबाद(Islamabad) में बड़े पैमाने पर चौहा और प्रजापति रहते हैं, वहीं यहां मुस्लिम आबादी लगभग 400 है। उन्होंने कहा कि यहां के ग्रामीण अन्य फसलों के अलावा गन्ना, गेहूं, धान और मूंगफली की खेती करते हैं। यह पूछे जाने पर कि वोट डालते समय ग्रामीण क्या विचार करेंगे, उन्होंने कहा कि गांव में सड़कों के छोटे हिस्से ‘कच्चे’ हैं और उन्हें ‘पक्की’ सड़कों में बदलने की जरूरत है।
उन्होंने यह भी कहा कि सरकारी एजेंसियों को धान बेचने में समस्याएं आई हैं, लेकिन भारतीय किसान संघ (BKU) के हस्तक्षेप के बाद इस मुद्दे को सुलझा लिया गया। बीकेयू के पदाधिकारी रहे विजेंद्र सिंह ने कहा कि हम एक इंटर कॉलेज भी चाहते हैं ताकि लड़कियां यहां पढ़ सकें। लेकिन हमें किसी से कोई आश्वासन नहीं मिला है। निर्वाचन क्षेत्र में उम्मीदवारों की संभावना के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि यहां चुनाव भाजपा के सुशांत कुमार सिंह जो मौजूदा विधायक भी हैं, सपा के कपिल कुमार और बसपा के मोहम्मद गाजी के बीच त्रिकोणीय है।