UP Election 2022 : यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में छठें चरण लिए छठे चरण का मतदान गुरुवार को जारी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सीट गोरखपुर से लेकर उनके पूर्व सहयोगी और अब सपा के बड़े नेता स्वामी प्रसाद मौर्य की फाजिलनगर सीट पर मतदाता जमकर वोटिंग कर रहे हैं। इस बीच सपा प्रत्याशी स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि फाजिलनगर सीट चुनौतीपूर्ण है। स्वामी ने कहा कि वह दो बार की हारी सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वह मुश्किल काम ही चुनते हैं।
UP Election 2022 : यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में छठें चरण लिए छठे चरण का मतदान गुरुवार को जारी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सीट गोरखपुर से लेकर उनके पूर्व सहयोगी और अब सपा के बड़े नेता स्वामी प्रसाद मौर्य की फाजिलनगर सीट पर मतदाता जमकर वोटिंग कर रहे हैं। इस बीच सपा प्रत्याशी स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि फाजिलनगर सीट चुनौतीपूर्ण है। स्वामी ने कहा कि वह दो बार की हारी सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वह मुश्किल काम ही चुनते हैं।
फाजिलनगर में वोटिंग के बीच एक टीवी चैनल से बातचीत में स्वामी प्रसाद मौर्य ने दावा किया कि बीजेपी का सूपड़ा साफ हो रहा है। इसके साथ ही सपा को प्रचंड बहुमत मिलने जा रहा है। उन्होंने कहा कि पांच चरण की चुनाव में बीजेपी का सूपड़ा साफ हो रहा है। सपा प्रचंड बहुमत के साथ आगे बढ़ रही है। जो पश्चिम से परिवर्तन की आंधी चली थी वह उत्तर प्रदेश के पूर्वी छोड़ तक बढ़ती रफ्तार के सात और आगे बढ़ रही है। आज छठे चरण में भी बीते पांच चरणों की तरह ही लहर है और सातवें चरण में भी रहेगी।
स्वामी ने आगे कहा कि योगी सरकार किसी भी हथकंडा अपनाकर यहां तक कि हिंसा, अराजकता, गुंडागर्दी की सीमा पाकर अपने को स्थापित करने की चक्कर में है। लेकिन जिस तरह योगी सरकार हर मोर्चे पर फेल है। 75 लाख युवाओं को रोजगार देने का वादा था, नौकरी तो नहीं मिली उन्हें लाठियां मिलीं। किसान विरोधी बिल लाया गया, छुट्टा जानवरों की समस्या है, व्यापारी भी आत्महत्या करने पर मजबूर है।
उन्होंने कहा कि जातिवाद का नंगा नाच, गुंडागर्दी, अराजकता, संवैधानिक व्यवस्थाओं का हनन, आरक्षण पर डकैती, गलत नीतियों की वजह से पूरे प्रदेश में योगी हटाओ, सपा को लाओ, यूपी बचाओ अभियान के तहत सपा को वोट मिल रहा है।
पडरौना छोड़कर फाजिलनगर से चुनाव क्यों लड़ रहे हैं? इसके जवाब में स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि आप भी जानते हैं कि कोई अपनी तीन बार की जीती सीट छोड़ता है तो उसे अति विश्वास होता कि इस सीट पर हमारा कोई भी प्रत्याशी लड़ेगा तो जीतेगा। मैंने जीती सीट नहीं ली है, दो बार की हारी सीट है, जो सबसे टफ और रफ होता है मैं वहीं जोर आजमाइश करता हूं।