यूपी पुलिस हिरासत (UP Police Custody) में हो रही मौतें लगातार बढ़ रही हैं। लोकसभा में पेश की गई रिपोर्ट के अनुसार, देश में हर दिन 6 लोगों की मौत पुलिस हिरासत में हो रही हैं। इस मामले में उत्तर प्रदेश नम्बर वन पर है। वर्ष 2021-22 में अकेले उत्तर प्रदेश में 501 लोगों की पुलिस हिरासत में मौत हुई है जो कि प्रदेश में व्याप्त अराजकता का प्रतीक है।
लखनऊ। यूपी पुलिस हिरासत (UP Police Custody) में हो रही मौतें लगातार बढ़ रही हैं। लोकसभा में पेश की गई रिपोर्ट के अनुसार, देश में हर दिन 6 लोगों की मौत पुलिस हिरासत में हो रही हैं। इस मामले में उत्तर प्रदेश नम्बर वन पर है। वर्ष 2021-22 में अकेले उत्तर प्रदेश में 501 लोगों की पुलिस हिरासत में मौत हुई है जो कि प्रदेश में व्याप्त अराजकता का प्रतीक है।
ऐसे ही जनपद जालौन में विगत दिनों राजकुमार नामक व्यक्ति की पुलिस हिरासत में रहस्यमय तरीके से मौत हो गई। चित्रकूट में भी अंशू कुमार नामक व्यक्ति को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर ले जाया गया, बाद में जिसका शव पनहाई रेलवे स्टेशन की पटरी पर मिला।
इसको लेकर मंगलवार को उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष (President of Uttar Pradesh Congress Committee), पूर्व मंत्री अजय राय (Ajay Rai) लखनऊ पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश कार्यालय (Lucknow Director General of Police Uttar Pradesh Office) पहुंचे। जहां पर उन्होंने पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार (Director General of Police Prashant Kumar) से मिलकर प्रदेश में पुलिस हिरासत में हो रही मौतों के साथ-साथ लूट-हत्या, महिला उत्पीड़न, पश्चिमी यूपी के जिले अलीगढ़ और शामली में मॉब लंचिंग की घटनाओं पर उनका ध्यान आकर्षित कराने के लिए ज्ञापन सौंपा। उन्होंने तत्काल प्रभाव से प्रदेश में कानून व्यवस्था कायम किये जाने तथा दोषी पुलिसकर्मियों पर त्वरित कठोर कार्रवाई की मांग की।