यूपी में इन दिनों आसमान से आग बरस रही है। पंखे-कूलर और एसी तक जवाब दे गए हैं। अब लोगों को बस मानसून का इंतजार है। मानसूनी बारिश ही इस भीषण गर्मी से निजात दिला सकती है। आमतौर पर यूपी में मानसून जून के अंत में प्रवेश करता है। लेकिन, इस बार मानसून 18 जून को यूपी में एंट्री ले सकता है।
लखनऊ। यूपी में इन दिनों आसमान से आग बरस रही है। पंखे-कूलर और एसी तक जवाब दे गए हैं। अब लोगों को बस मानसून का इंतजार है। मानसूनी बारिश ही इस भीषण गर्मी से निजात दिला सकती है। आमतौर पर यूपी में मानसून जून के अंत में प्रवेश करता है। लेकिन, इस बार मानसून 18 जून को यूपी में एंट्री ले सकता है। ऐसी संभावना मौसम विभाग (Meteorological Department) ने जताई है। वैसे भारत में तो मानसून अपने निर्धारित समय से एक दिन पहले केरल में एंट्री कर चुका है। आमतौर पर देश में मानसून के एंट्री करने की तिथि 31 मई रहती है, लेकिन इस बार 30 मई को ही केरल में मानसून आ चुका है।
देश के कई राज्यों में मानसून सक्रिय है। यूपी में मानसून की बात की जाए तो यहां मानसून पश्चिम बंगाल के रास्ते बिहार होते हुए गोरखपुर से एंट्री करता है। फिलहाल अभी बंगाल में मानसूनी हलचल कम दिख रही है, जिसके चलते उत्तर प्रदेश में मानसून की गतिविधियां भी ना के बराबर हैं। अरब सागर से आया मानसून गुजरात उड़ीसा तथा उसके आसपास के इलाकों में तो मानसूनी बारिश कर रहा है। लेकिन, इसका प्रभाव उत्तर प्रदेश पर नहीं पड़ता। अरब सागर की ओर से आए मानसून के कारण ही यूपी में दिन के समय कभी-कभी बादल तो दिखते हैं ,लेकिन इन बादलों से बारिश की संभावना नहीं है।
मौसम विज्ञान विभाग (Meteorological Department) के अनुसार फिलहाल 72 घंटे तक पश्चिम बंगाल में मानसून के सक्रिय होने की संभावना न के बराबर है। उसके बाद मानसूनी गतिविधियां सक्रिय हो सकती हैं। गोरखपुर में औसत मानसून की एंट्री की तारीख 18 जून है। इस बार भारत में 1 दिन पहले से ही मानसून सक्रिय है, जिसको लेकर अंदाजा लगाया जा रहा है कि 18 जून के आसपास ही गोरखपुर में मानसून की एंट्री हो सकती है।
इस हिसाब से 18 से 20 जून के अंदर गोरखपुर कुशीनगर, महाराजगंज, संत कबीर नगर, बस्ती, मऊ, देवरिया, बलिया, आजमगढ़, अंबेडकर नगर, बस्ती, सिद्धार्थ नगर में मानसून प्रवेश कर सकता है।
इन जिलों में 25 जून तक एंट्री करेगा मानसून
इसके बाद धीरे-धीरे या मानसून पश्चिमी उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ेगा। 20 से 25 जून के बीच मानसून गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, अयोध्या, सुलतानपुर, प्रतापगढ़, जौनपुर, गाजीपुर, रायबरेली, प्रतापगढ़, संत रविदास नगर, मिर्जापुर इलाकों से होता हुआ लखनऊ, उन्नाव, फतेहपुर, सीतापुर, लखीमपुर खीरी, हरदोई, कन्नौज, कानपुर नगर, कानपुर देहात, हमीरपुर के रास्ते पश्चिम की ओर आगे बढ़ेगा।
27 जून तक मानसून फर्रुखाबाद, मैनपुरी, कासगंज, बदायूं, बरेली, रामपुर, संभल, गौतमबुद्धनगर, अमरोहा, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, मुजफ्फरनगर, शामली, बागपत, सहारनपुर होते हुए दिल्ली की ओर बढ़ेगा।
लखनऊ में 23 जून को मानसून पहुंचने के आसार
मौसम वैज्ञानिक डॉ. अतुल सिंह (Meteorologist Dr. Atul Singh) ने बताया कि सामान्य स्थिति में 18 जून को मानसून पूर्वोत्तर तराई में गोरखपुर के रास्ते प्रदेश में प्रवेश करता है। पश्चिमी दिशा में आगे बढ़ते हुए 23 जून को प्रदेश की राजधानी लखनऊ एवं 27 जून तक सम्पूर्ण प्रदेश को आच्छादित करते हुए दिल्ली तक पहुंचता है। परंतु अलग अलग वर्षों में मानसून के आगमन एवं सक्रियता के आधार पर इसमें परिवर्तन होता रहता है। सामान्यतया बंगाल की खाड़ी की शाखा के जरिये मानसून प्रदेश में प्रवेश करता है। इस समय मानसून की पूर्वी शाखा का उत्तरी छोर 31 मई से पश्चिम बंगाल के इस्लामपुर के पास रुका हुआ है।
आगामी 3-4 दिन के भीतर उत्तर प्रदेश की ओर मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल नहीं हैं। इस दौरान प्रदेश में कुछ स्थानों से लेकर अनेक स्थानों पर लू से भीषण लू का प्रकोप जारी रहने की सम्भावना है।