यूपी खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग (FSDA) और एसटीएफ़ (STF)की संयुक्त टीम को बड़ी सफलता मिली है। टीम ने संयुक्त कार्रवाई में ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन (Oxytocin Injections) की करोड़ों की बरामदगी की है। मामले में अभियुक्त अनमोल पाल एवं दिनेश पाल के खिलाफ मुक़दमा दर्ज कर लिया गया है।
लखनऊ। यूपी खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग (FSDA) और एसटीएफ़ (STF)की संयुक्त टीम को बड़ी सफलता मिली है। टीम ने संयुक्त कार्रवाई में ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन (Oxytocin Injections) की करोड़ों की बरामदगी की है। मामले में अभियुक्त अनमोल पाल एवं दिनेश पाल के खिलाफ मुक़दमा दर्ज कर लिया गया है। साथ ही मुख्य सरगना तक पहुंचने के लिए पूछताछ भी की जा रही है।
इस संबंध में खाद सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग (FSDA) के सहायक आयुक्त ब्रजेश कुमार (Assistant Commissioner Brajesh Kumar) ने बयान जारी कर कहा कि कई दिनों से इस बारे में सूचना मिल रही थी। वहीं, गुरुवार को सूचना के आधार पर लखनऊ के बंगला बाज़ार चौराहे (Bangla Bazaar Square) से तेली बाग जाने वाली सफेद रंग की UP 32 GR 9609 नंबर की स्कॉर्पियो की तलाशी ली गई। इस दौरान गाड़ी के अंदर ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन (Oxytocin Injections) की खेप पायी गई।
बिहार से उत्तर प्रदेश लाई जा रही थी ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन की खेप
आरोपी से जब पूछताछ की गई तो उसने बताया कमरे के अंदर भी माल रखा हुआ है। इस पर जब टीम ने पहुंचकर देखा तो वहां 30 बॉक्स एवं 06 बोरी का (2,67,000 एम्पुल, 12,627 वायल 30 एमएल, 1260 वायल 100 एमएल) भंडारण पाया गया। जिसके बाद सभी अवैध ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन (Oxytocin Injections) को नियमानुसार फार्म-16 पर सीज किया गया। सहायक आयुक्त ब्रजेश कुमार (Assistant Commissioner Brajesh Kumar) ने बताया कि अवैध ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन (Oxytocin Injections) का कुल मूल्य लगभग 1 करोड़ 38 लाख रुपये है। यह खेप बिहार से यूपी लाई जा रही थी। फिलहाल मामले में अभियुक्त अनमोल पाल एवं दिनेश पाल के खिलाफ मुक़दमा दर्ज करके कार्रवाई शुरू कर दी गई है।