दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ लोग सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन कर रहे है। इसके पहले पिछले साल अक्टूबर में हुए चुनावों में राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप को जनता का भारी समर्थन मिला।
US : दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ लोग सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन कर रहे है। इसके पहले पिछले साल अक्टूबर में हुए चुनावों में राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप को जनता का भारी समर्थन मिला। सिर्फ कुछ ही महीनों में हालात ऐसे बदल गए कि उनके खिलाफ लोगों का गुस्सा सड़कों पर दिखायी देने लगा है। दरअसल, अमेरिका में ही नहीं बल्कि यूरोप के भी कई देशों में शनिवार और रविवार को ट्रंप के खिलाफ लोगों को प्रदर्शन करते देखा गया।
राष्ट्रपति ट्रंप के खिलाफ एक दो जगह नहीं बल्कि 1200 से अधिक स्थानों पर विरोध प्रदर्शन हो रहा है। अमेरिका के सभी 50 राज्यों में उनके खिलाफ लोगों का गुस्सा दिखाई दे रहा है। हैंड्स ऑफ! विरोध प्रदर्शन 50 राज्यों में 1,200 से अधिक स्थानों पर आयोजित किया गया, जिसमें न्यूयॉर्क, लॉस एंजिल्स, शिकागो, बोस्टन और वाशिंगटन डीसी जैसे शहरों में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।
प्रदर्शनकारियों ने आर्थिक नीतियों से लेकर नागरिक अधिकारों और सार्वजनिक सेवाओं तक की चिंताओं का हवाला देते हुए ट्रम्प और अरबपति एलन मस्क के देश के संचालन के प्रति विरोध जताया। ये विरोध प्रदर्शन डोनाल्ड ट्रंप के भारी-भरकम टैरिफ और उनकी नीतियों के खिलाफ हो रहा है। जिससे पूरी दुनिया के शेयर बाजारों को हिलाकर रख दिया है। प्रदर्शनकारी ट्रंप ही नहीं बल्कि उनके सलाहकार उद्योगपति एलन मस्क का भी विरोध कर रहे हैं और ‘ट्रंप-मस्क गो बैक’ के नारे लगा रहे हैं।
खबरों के अनुसार, नागरिक अधिकार संगठनों, श्रमिक संघों, LGBTQ+ अधिवक्ताओं, दिग्गजों और चुनाव निगरानीकर्ताओं सहित 150 से अधिक समूहों ने विरोध प्रदर्शनों का समर्थन किया।
शनिवार को शुरू हुआ ये विरोध प्रदर्शन रविवार को भी जारी रहा। रविवार को प्रदर्शनकारियों ने 1400 से ज्यादा रैलियां निकाली। इस प्रोटेस्ट को हैंड्स-ऑन नाम दिया गया। बता दें कि इस रैली में शामिल होने के लिए 6 लाख लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया था।