वैशाख अमावस्या के दिन भगवान विष्णु (Lord Vishnu) की पूरे विधि-विधान से पूजा अर्चना की जाती है। पौराणिक मान्यता है कि इस दिन पूजा-पाठ करने से व्यक्ति को सभी दुखों से मुक्ति मिल जाती है।
Vaishakh Amavasya 2024: वैशाख अमावस्या के दिन भगवान विष्णु (Lord Vishnu) की पूरे विधि-विधान से पूजा अर्चना की जाती है। पौराणिक मान्यता है कि इस दिन पूजा-पाठ करने से व्यक्ति को सभी दुखों से मुक्ति मिल जाती है। आज 8 मई के दिन वैशाख अमावस्या का पर्व मनाया जा रहा है। आज के दिन स्नान-दान, पितरों का तर्पण शुभ और कल्याणकारी माना गया है।
वैशाख अमावस्या का शुभ मुहूर्त
वैशाख कृष्ण अमावस्या शुभारंभ -7 मई,.मंगलवार, सुबह 11:40 मिनट
वैशाख कृष्ण अमावस्या समापन -8 मई, बुधवार, सुबह 8:51 बजे
दान का शुभ मुहूर्त -सुबह 5:20 मिनट से सुबह 8:50 मिनट तक
पौराणिक मान्यता के अनुसार, वैशाख अमावस्या की खास तिथि पर आप पितृ दोष और काल सर्प दोष से मुक्ति पाने के लिए कुछ उपाय कर सकते हैं। इसके लिए दिनभर पूरी श्रद्धा के साथ भगवान शिव की पूजा करें। वहीं, पितरों का आशीर्वाद पाने के लिए पितृ कवच और पितृ स्तोत्र का पाठ जरूर करें। कहा जाता है कि वैशाख अमावस्या पर ब्राह्मणों को भोजन कराने से पितरों की कृपा घर के सभी सदस्यों पर बनी रहती है।