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Video: सुसाइड बॉम्बिंग को ठीक से समझा नहीं गया है…’ आतंकी उमर का वीडियो आया सामने, आत्मघाती हमलों को सही ठहराता दिखा

Video of terrorist Omar Nabi: दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए धमाके को अंजाम देने वाले आतंकी मोहम्मद उमर नबी का एक नया वीडियो सामने आया है। जिसमें उमर नबी अंग्रेजी में तकरीर देते हुए सुसाइड बॉम्बिंग को सही ठहरा रहा है। ऐसा लग रहा है कि आतंकी उमर ने यह वीडियो अकेले ही बनाया है और एक कमरे में बैठा हुआ है। माना जा रहा है कि उमर का ये वीडियो दिल्ली धमाके से पहले का है।

By Abhimanyu 
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Video of terrorist Omar Nabi: दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए धमाके को अंजाम देने वाले आतंकी मोहम्मद उमर नबी का एक नया वीडियो सामने आया है। जिसमें उमर नबी अंग्रेजी में तकरीर देते हुए सुसाइड बॉम्बिंग को सही ठहरा रहा है। ऐसा लग रहा है कि आतंकी उमर ने यह वीडियो अकेले ही बनाया है और एक कमरे में बैठा हुआ है। माना जा रहा है कि उमर का ये वीडियो दिल्ली धमाके से पहले का है।

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दरअसल, 10 नवंबर की शाम को लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास कार में बैठे एक शख्स ने मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 1 के बाहर खुद को उड़ा लिया था। इस धमाके में अब तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है। जांच एजेंसियों ने आतंकी उमर की मां का डीएनए सैंपल लेकर पुष्टि की है कि कार चलाने वाला शख्स आतंकी उमर ही था। इस धमाके में आतंकी उमर के 8 साथी पकड़े गए थे।

ताजा वीडियो को देखकर ऐसा लगता है कि आतंकी उमर को भी लगने लगा था कि वह जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। जिसके बाद उसने सुसाइड बॉम्बिंग को सही ठहराते हुए एक वीडियो बनाया। वायरल वीडियो में आतंकी उमर अंग्रेजी में कहता है- “लोग जो सबसे बड़ी गलती करते हैं, वह यह समझने में नाकाम रहना है कि बम विस्फोट या आत्मघाती बम विस्फोट का विचार असल में क्या है। इसके खिलाफ कई विरोधाभास और अनगिनत तर्क हैं।”

एक मिनट 21 सेकेंड के इस वीडियो में आतंकी आगे कहता है- “सुसाइड अटैक की मुख्य समस्या यह है कि जब कोई व्यक्ति यह मान लेता है कि उसकी मृत्यु एक निश्चित समय और स्थान पर होगी, तो वह एक खतरनाक मानसिक स्थिति में चला जाता है। वह यह मानने लगता है कि मृत्यु ही उसकी एकमात्र मंज़िल है। लेकिन सच्चाई यह है कि ऐसी सोच, या ऐसी परिस्थितिया, किसी भी लोकतांत्रिक या इंसानी व्यवस्था में स्वीकार्य नहीं हो सकतीं, क्योंकि वे जीवन, समाज और कानून के बुनियादी सिद्धांतों का उल्लंघन करती हैं।”

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