श्रीराधा रानी जी के परम भक्त दिव्य एवं पूज्य संत श्री प्रेमानंद गोविंद शरण जी महाराज के दर्शन करने यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक (UP Deputy CM Brajesh Pathak) सपत्नीक दर्शन करने पहुंचे थे।
वृन्दावन। श्रीराधा रानी जी के परम भक्त दिव्य एवं पूज्य संत श्री प्रेमानंद गोविंद शरण जी महाराज के दर्शन करने यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक (UP Deputy CM Brajesh Pathak) सपत्नीक दर्शन करने पहुंचे थे। यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक (UP Deputy CM Brajesh Pathak) ने बताया कि आज वृन्दावन धाम में अपने ओजस्वी, प्रभावशाली उपदेशों से करोड़ों लोगों के जीवन में आध्यात्मिक एवं धार्मिक चेतना को जाग्रत कर उनके जीवन को प्रकाशित करने वाले श्रीराधा रानी जी के परम भक्त दिव्य एवं पूज्य संत श्री प्रेमानंद गोविंद शरण जी महाराज का सपत्नीक आशीर्वाद प्राप्त करने का परम सौभाग्य प्राप्त हुआ।
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बताया कि आध्यात्मिक संत प्रेमानंद महाराज की शरण में पहुंचकर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। इस भेंट के दौरान दोनों के बीच धर्म, समाज और राष्ट्र सेवा को लेकर सार्थक चर्चा हुई।
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक पहुंचे थे बांके बिहारी की शरण
ठाकुर श्री बांके बिहारी कॉरिडोर निर्माण को लेकर चल रहे विरोध के बीच यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक बुधवार को ठाकुर श्री बांके बिहारी मंदिर पहुंचे। जहां सेवायत गोस्वामी द्वारा विधिवत पूजा अर्चना कराने के बाद प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन उपमुख्यमंत्री को सौंपा गया।
ज्ञापन पत्र में कुंजगलियों के साथ प्राचीन मंदिरों को खुर्दबुर्द करने का विरोध किया गया है। जनपद में आयोजित कई कार्यक्रमों में शामिल होने आए प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक बुधवार की शाम हेलिकॉप्टर से पवन हंस हेलीपैड पहुंचे। जहां भाजपा महानगर अध्यक्ष राजू यादव के नेतृत्व में भाजपा नेताओं ने उनका स्वागत किया। इसके बाद उनका काफिला ठाकुर श्री बांके बिहारी मंदिर पहुंचा। जहां फूल बंगले में विराजित ठाकुर जी के दर्शन कर डिप्टी सीएम अभिभूत हो गए। सेवायत गोस्वामी द्वारा पूजा अर्चना कराने के बाद ठाकुर जी का प्रसादी पटका और छप्पन भोग प्रसाद भेंट किया गया। दर्शनों के बाद सेवायत गोस्वामी समाज द्वारा डिप्टी सीएम को प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को नामित ज्ञापन पत्र सौंपा गया। जिसमें गोस्वामी समाज ने कॉरिडोर निर्माण और न्यास गठन का विरोध करते हुए पुनर्विचार की मांग की है।