सनातन धर्म में प्रथमपूज्य भगवान गणेश की पूजा का विशेष् महत्व है। प्रत्येक हिंदह मास में चतुर्थी तिथि् का अत्यधिक महत्व है, जो हर महीने दो बार आती है।
इस साल वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 16 अप्रैल 2025 को दोपहर 1 बजकर 16 मिनट पर शुरू होगी और समापन 17 अप्रैल 2025 को दोपहर 3 बजकर 23 मिनट होगी। उदयातिथि पड़ने के कारण यह विकट चतुर्थी का व्रत 16 अप्रैल को रखा जाएगा।
विकट संकष्टी चतुर्थी को करें इन मंत्रों का जाप – Chant these mantras on Vikat Sankashti Chaturthi
1- ॐ गं गणपतये नम:
2- ॐ एकदंताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्
3- ॐ नमो हेरम्ब मद मोहित मम् संकट निवारय-निवारय स्वाहा
4- ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ग्लौं गं गणपतये वर वरद सर्वजनं मे वशमानाय स्वाहा
5- ॐ श्रीं गं सौभाग्य गणपतये। वर वरद् सर्वजन्म मे वशमानाय नम: