हम 21 वीं शादी में जी रहें हैं लेकिन आज भी महिलाएं कहीं सेफ नहीं है आए दिन एक न एक ऐसा मामला सामने आ जाता है जिसे देखने और पढ़ने क बाद हमारी रूह कांप जाती है। दरअसल, राजस्थान के अलवर शहर में बीती रात दरिंदों ने एक मासूम को अपनी हैवानियत का शिकार बना पुलिया पर फेंक दिया।
नाबालिग के साथ हैवानियत: हम 21 वीं शादी में जी रहें हैं लेकिन आज भी महिलाएं कहीं सेफ नहीं है आए दिन एक न एक ऐसा मामला सामने आ जाता है जिसे देखने और पढ़ने क बाद हमारी रूह कांप जाती है। दरअसल, राजस्थान के अलवर शहर में बीती रात दरिंदों ने एक मासूम को अपनी हैवानियत का शिकार बना पुलिया पर फेंक दिया।
आपको बता दें, मासूम बच्ची लहूलुहान किशोरी एक घंटे तक पुलिया पर तड़पती रही। खबरों की माने तो पुलिस उसे अस्पताल ले गई। हालत गंभीर होने पर डॉक्टरों ने उसे जेके लोन अस्पताल जयपुर रेफर कर दिया। जेके लोन अस्पताल (JK Lone Hospital) में बच्ची का ऑपरेशन किया गया है। गैंगरेप के आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त में नहीं आए हैं।
SP तेजस्वनी गौतम (SP Tejaswani Gautam) ने बताया कि तिजारा फाटक पुलिया पर गैंगरेप के बाद नाबालिग को फेंका गया था। लहूलुहान नाबालिग चिल्ला (Bloody Minor Screaming) भी नहीं सकी। जब उसे अस्पताल ले गए तो डॉक्टरों ने जांच की। तब जाकर पता चला कि बच्ची मूक-बधिर है। पुलिस दरिंदों की तलाश में जुटी है। सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। पुलिस की तीन टीम बदमाशों की तलाश में लगी हैं।
जेके लोन अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अरविंद शुक्ला ने बताया कि 7 डॉक्टरों की टीम बच्ची का इलाज कर रही है। बच्ची को शॉर्प ऑब्जेक्ट से बुरी तरह घायल किया गया है। महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश और उद्योग मंत्री शकुंतला रावत भी बच्ची को हाल जानने अस्पताल पहुंची थीं।
पुलिस को देर रात पता चला कि नाबालिग मूक-बधिर मंगलवार शाम करीब 4 बजे मालाखेड़ा से अलवर की तरफ आई थी। वह टैंपो में बैठी थी। उसके बाद गैंगरेप की वारदात हुई है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कार सवार लोगों ने नाबालिग को पुलिया पर फेंका है। इसके बाद लोगों ने पुलिस को फोन किया।