पीएम ने कहा, हम सिर्फ चुनावी मशीन नहीं हैं। हम वो खाद-पानी हैं जो देशवासियों के सपनों को सींचा करते हैं। हम वो खाद-पानी हैं जो अपने आप को खपा कर देश के सपनों को संकल्प और संकल्प को सिद्धि तक ले जाने की यात्रा में अपने आप को डूबो देते हैं। आज देश के गरीब का सबसे अधिक विश्वास हमारी नीतियों, निर्णयों और हमारे अपनाए हुए रास्तों के परिणामों में है।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा राष्ट्रीय सदस्यता अभियान 2024 के शुभारंभ के अवसर पर देश भर के पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किए। इस दौरान उन्होंने कहा, आज सदस्यता अभियान का एक और दौर प्रारंभ हो रहा है। भारतीय जनसंघ से लेकर अब तक हमने देश में एक नई राजनीतिक संस्कृति लाने का भरसक प्रयास किया है। जब तक जिस संगठन के माध्यम से या जिस राजनीतिक दल के माध्यम से देश की जनता सत्ता सुपुर्द करती है, वो ईकाई, वो संगठन और वो दल अगर लोकतांत्रिक मूल्यों को नहीं जीता है, आंतरिक लोकतंत्र निरंतर उसमें पनपता नहीं है तो वैसी स्थिति बनती है जो आज देश कई दलों को हम देख रहे हैं।
पीएम ने कहा, भाजपा एक मात्र दल है. जो अपनी पार्टी के संविधान के अनुसार अक्षरश: लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं का पालन करते हुए अपने कार्य का विस्तार कर रहा है और जन-सामान्य की आशा, आकांक्षाओं पर खरा उतरने के लिए अपने आप को निरंतर योग्य बनाते रहता है। साथ ही कहा, मैं जब राजनीति में नहीं था, तो जनसंघ के जमाने में बढ़े उत्साह के साथ कार्यकर्ता दीवारों पर दीपक पेंट करते थे तो कई राजनीतिक दल के नेता अपने भाषणों में मजाक उड़ाते थे कि दीवारों पर दीपक पेंट करने से सत्ता के गलियारों तक नहीं पहुंचा जा सकता है!
हम वो लोग हैं, जिन्होंने श्रद्धा से दीवारों पर कमल पेंट किया, क्योंकि विश्वास था कि दीवारों पर पेंट किया कमल कभी न कभी तो दिलों पर भी पेंट हो जाएगा।
आज भी कुछ राज्यों में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता उसी जीवन को जीते हैं और अपने आदर्शों के लिए जूझते हैं। हमारे कार्यकर्ताओं के लिए कहा जाता था कि उसका एक पैर रेल में होता है और दूसरा जेल में होता है। रेल में इसलिए… कि भाजपा का कार्यकर्ता निरंतर भ्रमण करता था, प्रवास करता था और समाज की समस्याओं के समाधान के लिए सत्ता पर बैठे हुए लोगों के सामने संघर्ष करता था… इसलिए कभी जेल तो कभी बाहर… ये उसकी स्थिति होती थी।
पीएम ने कहा, हम सिर्फ चुनावी मशीन नहीं हैं। हम वो खाद-पानी हैं जो देशवासियों के सपनों को सींचा करते हैं। हम वो खाद-पानी हैं जो अपने आप को खपा कर देश के सपनों को संकल्प और संकल्प को सिद्धि तक ले जाने की यात्रा में अपने आप को डूबो देते हैं। आज देश के गरीब का सबसे अधिक विश्वास हमारी नीतियों, निर्णयों और हमारे अपनाए हुए रास्तों के परिणामों में है। इसलिए हमें उस सामर्थ्य के साथ आगे बढ़ना है। मुझे पूरा विश्वास है कि ये सदस्यता अभियान पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ेगा।