लोकसभा चुनाव के परिणाम आ गए हैं। चुनाव परिणाम में एक बार फिर एनडीए की सरकार बनने जा रही है और नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। हालांकि, एनडीए को बहुमत मिलने के बाद भी महाराष्ट्र, बंगाल और उत्तर प्रदेश में भाजपा ने उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं किया। इसी क्रम में देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार राज्य के डिप्टी सीएम पद से इस्तीफा देने की पेशकश की।
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के परिणाम आ गए हैं। चुनाव परिणाम में एक बार फिर एनडीए की सरकार बनने जा रही है और नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। हालांकि, एनडीए को बहुमत मिलने के बाद भी महाराष्ट्र, बंगाल और उत्तर प्रदेश में भाजपा ने उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं किया। इसी क्रम में देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार राज्य के डिप्टी सीएम पद से इस्तीफा देने की पेशकश की।
इन सबके बीच अब पश्चिम बंगाल में भाजपा के अंदर आपसी कलह तेज होने की खबर है। राज्य में भाजपा को महज 12 सीटें ही मिली हैं, जहां 2019 में उसे 18 पर जीत मिली थी। वहीं, अब एक दूसरे पर ठीकरा फोड़ने का आरोप शुरू हो गया है। पार्टी के कई नेताओं ने राज्य के प्रभारियों पर ठीकरा फोड़ा, लेकिन किसी का नाम नहीं लिया गया।
तीन बार के सांसद और बिष्णुपुर लोकसभा सीट से फिर जीते सौमित्र खान ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि, कई भाजपा नेताओं ने टीएमसी से सीक्रेट गठजोड़ कर रखा था। वरना ऐसे नतीजे नहीं आते। स्थानीय स्तर पर, जिला लेवल और राज्य स्तर पर ऐसा हुआ था। बिना इस तरह की गड़बड़ी के ऐसे नतीजे नहीं आ सकते। राज्य में सीटें घटीं तो कई दिग्गज नेता भी हार बैठे।
बंगाल से दिलीप घोष, निसिथ प्रमाणिक, लॉकेट चटर्जी, सुभाष सरकार और देबाश्री चौधरी जैसे नेता हार गए। घोष ने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘भितरघात और साजिश भी राजनीति का हिस्सा है। मैंने अपनी ओर से बहुत मेहनत की, फिर भी नतीजा खिलाफ रहा। मुझे यहां से लड़ान से लड़ाने वाले भी जवाब दें।’