नवजात बच्चों को मालिश करना बेहद आवश्यक होता है। ऐसा कहा जाता है कि बच्चों को तेल मालिश करने से हड्डियां तो मजबूत होती है बल्कि मांसपेशियां भी मजबूत और विकसित होती है।
benefits massaging babies: नवजात बच्चों को मालिश करना बेहद आवश्यक होता है। ऐसा कहा जाता है कि बच्चों को तेल मालिश करने से हड्डियां तो मजबूत होती है बल्कि मांसपेशियां भी मजबूत और विकसित होती है। अगर बच्चों को सही ढंग से तेल मालिश की जाए तो बच्चे बहुत कम समय में ही रेंगना या चलने लगते है।
साथ ही स्वस्थ रहते है और उनके शरीर का तेजी से विकास होता है। पर क्या आप जानती है बच्चों को कौन से तेल से मालिश करना बेहतर होता है। दादी नानी के समय में बच्चों को सरसों के तेल और बादाम के तेल से मालिश की जाती थी।अब के समय में बच्चों की मालिश के लिए तमाम तेल उपलब्ध हैं।
सरसों के तेल से बच्चों को मालिश करने से उन्हे गर्माहट मिलती है। हड्डियां और मांसपेशियां मजबूत होती है। साथ ही सरसों के तेल से मालिश करने से स्किन तमाम इंफेक्शन से बचाता है। खासतौर से सर्दियों में बच्चों को सरसों के तेल से मालिश करना फायदेमंद होता है।
इसके अलावा आप बादाम के तेल से मालिश कर सकती है। क्योंकि बादाम के तेल में विटामिन ई अच्छी मात्रा में पाया जाता है।इस तेल से मालिश करने से बाल और स्किन दोनो अच्छे होते हैं। रंग में खिलता है और हड्डियां मजबूत होती है।
जैतून का तेल में बच्चों की मालिश के लिए अच्छा होता है। इससे मालिश करने से कोशिकाओं का निर्माण करता है, शरीर का विकास होता है और सॉफ्ट करता है।
अगर आप अपने बच्चे की मालिश तिल के तेल से करते हैं तो ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है। शरीर एक्टिव रहता है और ताकत आती है। वहीं अगर बच्चों की नारियल तेल से मालिश की जाए तो मांसपेशियों में अकड़न नहीं होती है और बालों की ग्रोथ अच्छी होती है।