यूपी में योगी सरकार (Yogi Government) के कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल (Cabinet Minister Ashish Patel) ने बागी रुख अख्तियार कर लिया है। इसके साथ ही यूपी STF व सूचना विभाग पर षड़यंत्र रचने का आरोप लगाया है। जब उनसे पूछा गया कि क्या वह मंत्री पद से इस्तीफा देंगे?
लखनऊ। यूपी में योगी सरकार (Yogi Government) के कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल (Cabinet Minister Ashish Patel) ने बागी रुख अख्तियार कर लिया है। इसके साथ ही यूपी STF व सूचना विभाग पर षड़यंत्र रचने का आरोप लगाया है। जब उनसे पूछा गया कि क्या वह मंत्री पद से इस्तीफा देंगे? तो आशीष पटेल (Ashish Patel) ने स्पष्ट रूप से कहा कि मैं इस्तीफा नहीं दूंगा, चाहें तो मुझे बर्खास्त कर दें। उनकी यह टिप्पणी उस समय आई है जब भारतीय जनता पार्टी (BJP) और उसके सहयोगी दलों ने इस मुद्दे पर चुप्पी साध रखी है।
‘जितनी चाबी राम ने भरी, उतना ही खिलौना चलेगा’
बता दें कि मंत्री को मंत्रिमंडल से हटाने का अधिकार केवल मुख्यमंत्री के पास होता है। लखनऊ में आशीष पटेल (Ashish Patel) ने कहा कि यह एनडीए (NDA) का गठबंधन है और यह गठबंधन बरकरार रहेगा। उन्होंने कहा कि मेरे विभाग में डीपीसी (DPC) की बैठक सबसे ईमानदार अधिकारी की अध्यक्षता में हुई, और फैसले के बाद फाइल मुख्यमंत्री कार्यालय भी भेजी गई। सूचना विभाग को बताना चाहिए कि क्या डीपीसी (DPC) सही थी या गलत? मुझे बताया गया कि एक अधिकारी ने धरना मास्टर से संपर्क किया था। मुझे खतरा है और मेरी सुरक्षा की मांग किससे की जाए? अगर मैंने गलती की है तो स्पष्टीकरण देने का जिम्मा सूचना विभाग का है। कई मंत्री रो रहे हैं, लेकिन इस्तीफा डरपोक लोग देते हैं। हिम्मत है तो मुझे बर्खास्त कर दे। जितनी चाबी राम ने भरी, उतना ही खिलौना चलेगा।”
कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने अपनी पार्टी की एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई। इस दौरान आशीष पटेल अलग ही तेवर में दिखे। मंच से उन्होंने चुनौतीपूर्ण स्वर में कहा, कि मेरी और मेरी पत्नी की संपत्ति की जांच करवा लो। एक धरना मास्टर है, जिसे पैसे देकर धरने पर बैठाया जाता है। एसटीएफ के किस अधिकारी ने दो लोगों को धरने पर बैठाने के लिए भेजा, इसका पता करवा लो। दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
संबोधन के दौरान, आशीष पटेल ने अपनी ही सरकार पर कड़ा हमला करते हुए कई गंभीर आरोप लगाए। सिराथू से समाजवादी पार्टी की विधायक और अपना दल (कमेरावादी) की नेता नेता पल्लवी पटेल द्वारा उठाए गए आरोपों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ एक साजिश रची जा रही है। मंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि मैं थप्पड़ खाकर चुप बैठने वाला नहीं हूं, ईंट का जवाब पत्थर से दूंगा।
पल्लवी पटेल ने प्राविधिक शिक्षा विभाग में नियुक्तियों को लेकर गड़बड़ी का आरोप लगाया था, जिस पर आशीष पटेल ने दावा किया कि यह आरोप उनके खिलाफ चल रही “सामाजिक न्याय की लड़ाई” को कमजोर करने के लिए लगाए गए हैं। उन्होंने एसटीएफ से अपनी जान को खतरा बताते हुए यह चुनौती भी दी, “स्पेशल टास्क फोर्स वाले पैर पर गोली मारते हैं, लेकिन हिम्मत है तो सीने पर गोली मारो।”
मीडिया से जताई नाराजगी
मंत्री ने मीडिया और सूचना विभाग पर भी आरोप लगाए। उनका कहना था कि उनके अच्छे कार्यों को मीडिया में दबाया जा रहा है, जबकि नकारात्मक खबरें प्रचारित की जा रही हैं। उन्होंने कहा, कि मुझे सकारात्मक खबरें नहीं छपने दी जातीं और नकारात्मकता को बढ़ावा दिया जाता है, यह राजनीति का हिस्सा है। आशीष पटेल ने सूचना विभाग के दुरुपयोग पर भी टिप्पणी करते हुए कहा,कि किसी की इज्जत को नुकसान मत पहुंचाइए। इसके साथ ही, उन्होंने मीडिया पर आरोप लगाया कि उन पर 1700 करोड़ रुपये का दबाव है, जिसके कारण उनकी सही बातें सामने नहीं आ पा रही हैं।
पल्लवी पटेल को बताया ‘धरना मास्टर’
मंत्री ने पल्लवी पटेल को “धरना मास्टर” करार देते हुए उनकी संपत्ति की जांच करने की मांग की और कहा, कि धरना मास्टर के कॉल रिकॉर्ड को खोलवाइए, सब कुछ साफ हो जाएगा कि यह खेल कहां से चल रहा है। उन्होंने खुद और अपनी पत्नी, केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल की संपत्ति की जांच की खुली चुनौती दी। अपने भाषण में आशीष पटेल ने खुद को सरदार पटेल का बेटा बताते हुए कहा,कि मैं कभी डरने वाला नहीं हूं। कार्यकर्ताओं ने कहा है तो अब मुझे और मजबूती से लड़ाई लड़नी पड़ेगी।