जावेद अख्तर (Javed Akhtar) आज किसी नाम के मोहताज नहीं है ये भाई भी कहना गलत नहीं होगा कि जावेद अख्तरअपने बयानों के लिए जावेद अख्तर आये दिन सुर्ख़ियों में बने रहें हैं, और हर मुद्दे पर अपनी राय रखतें हैं. वहीं अब एक बार फिर उन्होंने कुछ ऐसा कह दिया है, जिसके चलते उनकी चर्चा शुरू हो गई है. मशहूर पटकथा लेखक ने 2023 में रिलीज हुई एक ब्लॉकबस्टर फिल्म पर अपने विचार शेयर किये हैं.
Javed Akhtar’s big statement on women: जावेद अख्तर (Javed Akhtar) आज किसी नाम के मोहताज नहीं है ये भाई भी कहना गलत नहीं होगा कि जावेद अख्तरअपने बयानों के लिए जावेद अख्तर आये दिन सुर्ख़ियों में बने रहें हैं, और हर मुद्दे पर अपनी राय रखतें हैं. वहीं अब एक बार फिर उन्होंने कुछ ऐसा कह दिया है, जिसके चलते उनकी चर्चा शुरू हो गई है. मशहूर पटकथा लेखक ने 2023 में रिलीज हुई एक ब्लॉकबस्टर फिल्म पर अपने विचार शेयर किये हैं.
आपको बता दें, जावेद अख्तर (Javed Akhtar) ने भारतीय सिनेमा के आज के ‘एंग्री यंग मैन’ के किरदारों पर विचार करते हुए कहा कि अब ‘फिल्मों का हीरो एक कैरिकेचर में बदल रहा है. वह वो आदमी बन चुका है जो चाहता है कि एक महिला उसके जूते चाटे. ‘ जावेद अख्तर ने ये सब संदीप रेड्डी वांगा की फिल्म ‘एनिमल’ पर कटाक्ष करते हुए कही, जिसमें रणबीर कपूर ने लीड रोल निभाया है.
जावेद अख्तर ने ‘वी आर युवा’ से बात करते हुए फिल्मों में ‘एंग्री यंग मैन’ की अवधारणा को संबोधित किया और एनिमल का हवाला देते हुए कहा कि- ‘तर्कहीन गुस्सा दिखाना, जो बेसलेस है, चरित्र को एक कैरिकेचर में बदलना शुरू कर देता है।’ उत्तर और दक्षिण में ‘एंग्री यंग मैन’ की अवधारणा पर रिएक्शन देते हुए उन्होंने कहा- ‘साउथ में भी, फिल्म का हीरो एक कैरिकेचर में बदल रहा है। वह ऐसा आदमी है, जो चाहता है कि एक महिला उसका जूता चाटे। वह पहले से ही एक गुस्सैल आदमी या एक मजबूत आदमी के कैरिकेचर में बदलना शुरू कर देता है, लेकिन बहुत ही अलग तरह से।’
जावेद अख्तर से जब पूछा गया कि क्या उन्होंने एनिमल देखी है? तो जवाब में उन्होंने कहा- ‘मैंने एनिमल नहीं देखी है। लोगों ने मुझे इसके बारे में बताया और मैंने समाचारों में भी पढ़ा कि फिल्म का जो हीरो है वो महिला किरदार से अपने जूते चाटने को कहता है। वह नीचे झुकती है, लेकिन भगवान का शुक्र है कि ये सीन वहीं काट दिया गया और इसे आगे नहीं बढ़ाया गया। जब लोग एंग्री यंग मैन के विचार की नकल कर रहे थे, तो वे ये देखना भूल गए कि ‘जंजीर’ में अमिताभ बच्चन का किरदार ना सिर्फ गुस्से में था, बल्कि गहरी चोट में भी था।’