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उत्तराखण्ड का युवक निकला पाकिस्तानी जासूस, दो तीन साल से आईएसआई एजेंसी के लिए कर रहा था काम

नई दिल्ली। भारतीय खुफिया एजेंसियों के लिए खतरे की घंटी बज गई। पुलिस और सीआईडी ने उत्तराखण्ड के अल्मोड़ा से एक युवक को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि गिरफ्तार किया गया युवक पाकिस्तान की आईएसआई के लिए जासूसी करता था। गिरफ्तार किया गया महेंद्र प्रसाद अल्मोड़ा जिले के भैसियाछाना ब्लाक के प्लयू गांव का रहने वाला है। वहीं जानकारी मिलते ही खुफिया विभाग सतर्क हो गया है। वह भी मामले की पूरी जांच में जुट गया है।

By Satish Singh 
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नई दिल्ली। भारतीय खुफिया एजेंसियों के लिए खतरे की घंटी बज गई। पुलिस और सीआईडी ने उत्तराखण्ड के अल्मोड़ा से एक युवक को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि गिरफ्तार किया गया युवक पाकिस्तान की आईएसआई के लिए जासूसी करता था। गिरफ्तार किया गया महेंद्र प्रसाद अल्मोड़ा जिले के भैसियाछाना ब्लाक के प्लयू गांव का रहने वाला है। वहीं जानकारी मिलते ही खुफिया विभाग सतर्क हो गया है। वह भी मामले की पूरी जांच में जुट गया है। घटना के बाद गांव में खामोशी छा गई है। गांव के लोग उससे किसी प्रकार का अपना संबंध नहीं बता रहे हैं।

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बता दे कि मामले की जानकारी जैसे की आरोपी के गांव प्लयू में पहुंची तो वहां के लोग यह जानकर हैरान हो गए। दबी जुबान में गांव वालों ने बताया कि महेंद्र कई साल पहले नौकरी के सिलसिले में राजस्थान चला गया था और गांव आना-जाना कम कर दिया था।

अलर्ट पर हुई राष्ट्रीय खुफिया एजेंसियां

करीब ढाई-तीन साल पहले वह अपने पिता चंदन राम और भाई को दिल्ली में नौकरी दिलाकर स्वयं राजस्थान में रहने लगा था। उसका चाचा दीवान राम गांव में ही रहता है, लेकिन उससे कोई संपर्क नहीं है। घटना के बाद स्थानीय और राष्ट्रीय खुफिया एजेंसियां अलर्ट पर हैं और यह पता लगाने में जुटी हैं कि महेंद्र के संपर्क में और कौन-कौन लोग थे। यह गिरफ्तारी देश की सुरक्षा तंत्र के लिए एक बड़ी चेतावनी मानी जा रही है। कुछ दिनों पहले जैसलमेर पुलिस और सीआईडी ने चंदन फील्ड फायरिंग रेंज स्थित डीआरडीओ गेस्ट हाउस में बतौर मैनेजर पद पर काम कर रहे महेंद्र प्रसाद को गिरफ्तार किया था। महेंद्र पर आरोप है कि इंटरनेट मीडिया के माध्यम से सीधे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ से जुड़ा हुआ था। काफी लंबे समय से भारतीय सेना और डीआरडीओ के वैज्ञानिकों की गतिविधियों से जुड़ी संवेदनशील जानकारियां लीक कर रहा था। जांच में सामने आया कि वह चंदन फील्ड फायरिंग रेंज में होने वाले मिसाइल और हथियार परीक्षणों की सूचनाएं भी भेज रहा था। यह रेंज सामरिक दृष्टि से बेहद अहम मानी जाती है।

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