वक़्फ़ संशोधन अधिनियम पर चल रही बहस ने अब बड़ा रूप ले लिया है। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) इस कानून की खिलाफत कर रहा है। बोर्ड ने तीन अक्टूबर को शांतिपूर्ण तरिके से भारत बंद करने का ऐलान किया है। बोर्ड ने जुम्मे के दिन शुक्रवार को सुबह आठ बजे से दोपहर दो तक बंदी का ऐलान किया है। स्वास्थ्य सेवाओं को छोड़कर इस दौरान सभी दुकाने और कार्यालय बंद रहेंगे।
नई दिल्ली। वक़्फ़ संशोधन अधिनियम (Waqf Amendment Act) पर चल रही बहस ने अब बड़ा रूप ले लिया है। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (All India Muslim Personal Law Board) इस कानून की खिलाफत कर रहा है। बोर्ड ने तीन अक्टूबर को शांतिपूर्ण तरिके से भारत बंद करने का ऐलान किया है। बोर्ड ने जुम्मे के दिन शुक्रवार को सुबह आठ बजे से दोपहर दो तक बंदी का ऐलान किया है। स्वास्थ्य सेवाओं को छोड़कर इस दौरान सभी दुकाने और कार्यालय बंद रहेंगे। यह घोषणा बोर्ड के महासचिव मौलाना मोहम्मद फ़ज़लुर रहमान मुजद्दिदी ने कि है।
मोहम्मद फ़ज़लुर रहमान मुजद्दिदी (General Secretary Maulana Mohammad Fazlur Rahman Mujaddidi) ने बताया कि बंदी पूरी तरह शांतिपूर्ण होगी। यह प्रदर्शन किसी भी समुदाय के खिलाफ नहीं है। यह बंदी वक्फ संपत्तियों और मुस्लिम समुदाय के संवैधानिक अधिकारों को बचाने के लिए है। मुजद्दिदी ने ने देश के सभी मुसलमानों से बंदी हिस्सा लेने के लिए अपील की है। बंदी की दौरान उन्होने कानून को हाथ में न लेने की भी अपील की है। बता दे कि बंदी से पहले सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने 15 सितंबर को एक अंतरिम आदेश में पूरे कानून पर रोक लगाने से मना कर दिया था। हालांकि कोर्ट ने विवादित प्रावधानों को स्थगित करते हुए कहा कि इस कानून की संवैधानिक वैधता पर आगे विस्तार से सुनवाई होगी और दोनों पक्षों को मौका दिया जाएगा। इससे पहले वक्फ़ बचाओ, दस्तूर बचाओ (Save Waqf, save customs) नामक अभियान शुरू किया था, जो कई चरणों में चल रहा है। जबकि 16 नवंबर को रामलीला मैदान में एक बड़ी रैली भी होगी।