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Ajay Kumar Lallu jeevan parichay : दिहाड़ी मजदूरी करने वाले अजय कुमार लल्लू पहले ‘माननीय’ फिर बने यूपी कांग्रेस मुखिया

Ajay Kumar Lallu jeevan parichay : अजय कुमार लल्लू (Ajay Kumar Lallu) उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले (Kushinagar district ) की तमकुही राज (विधानसभा क्षेत्र) (Tamkuhi Raj constituency) से 16वीं और 17वीं विधान सभा (16th- 17th Legislative Assembly ) के सदस्य लगातार निर्वाचित हुए हैं। वर्तमान में उत्तर प्रदेश कांग्रेस (Uttar Pradesh Congress ) कमेटी के अध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं। अजय कुमार लल्लू का प्रारंभिक जीवन काफी संघर्षों में बीता है।

By संतोष सिंह 
Updated Date

Ajay Kumar Lallu jeevan parichay : अजय कुमार लल्लू (Ajay Kumar Lallu) उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले (Kushinagar district ) की तमकुही राज (विधानसभा क्षेत्र) (Tamkuhi Raj constituency) से 16वीं और 17वीं विधान सभा (16th- 17th Legislative Assembly ) के सदस्य लगातार निर्वाचित हुए हैं। वर्तमान में उत्तर प्रदेश कांग्रेस (Uttar Pradesh Congress ) कमेटी के अध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं। अजय कुमार लल्लू का प्रारंभिक जीवन काफी संघर्षों में बीता है। 2007 में हुए यूपी विधानसभा चुनाव में अजय कुमार लल्लू  जिले की सोराही निर्वाचन क्षेत्र से बतौर निर्दलीय उम्मीदार मैदान में उतरे।  उन्हें इस चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। चुनाव हारने के बाद आजीविका चलाने के लिए अजय कुमार लल्लू बतौर मजदूर दिल्ली चले आए। संघर्ष के दिनों में उन्होंने दिहाड़ी मजदूर के तर्ज पर काम किया। मजदूरी के दौरान भी न तो उनसे क्षेत्र छूटा, न क्षेत्रीय लोग। फोन पर ही लोगों के साथ उनका संबंध बना रहा। अजय कुमार लल्लू फिर से कुशीनगर लौट आए और लल्लू फिर से कुशीनगर की सड़कों पर संघर्ष करने लगे।

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प्रारंभिक जीवन और शिक्षा

अजय कुमार लल्लू का जन्म 4 नवंबर 1979 को उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के सोराही गांव में उनके पिता शिवनाथ प्रसाद के घर हुआ था। लल्लू अविवाहित है। वह एक पिछड़ी जाति (कांडू, मधेशिया-वैश्य) से संबंधित है। 2001 में उन्होंने किशन पीजी कॉलेज सोराही, कुशीनगर (Kishan PG Collage Seorahi, Kushinagar) से राजनीति विज्ञान(Political science ) में स्नातकोत्तर  डिग्री (Post-Graduate degree) प्राप्त की।

ये है पूरा सफरनामा

नाम- अजय कुमार ‘लल्लू’
निर्वाचन क्षेत्र – 331, तमकुही राज,कुशी नगर
दल – भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
पिता का नाम –शिवनाथ प्रसाद
जन्‍म तिथि –04 नवम्बर, 1979
जन्‍म स्थान- सेवरही (कुशीनगर )
धर्म- हिन्दू
जाति- पिछड़ी जाति (कान्दूं, मद्धेशिया- वैश्य)
शिक्षा- स्‍नातकोत्तर
व्‍यवसाय- कृषि
मुख्यावास: वार्ड नं0- 10, आजाद नगर, नगर पंचायत- सेवरही, जिला-कुशीनगर

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राजनीतिक कैरियर

अजय कुमार लल्लू ने 1998-99 में छात्र संघ महासचिव के रूप में अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की। 1999-2000 में वे छात्र संघ के अध्यक्ष पद पर थे। वे 2001 से 2007 तक एकता परिषद के राज्य समन्वयक के पद पर भी रहे। उत्तर प्रदेश की 15वीं विधानसभा (15th Legislative Assembly)  (2007) के चुनावों में, वह एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में सोराही (विधानसभा क्षेत्र) से चुनाव लड़े, लेकिन सपा के पी राय से हार गए। वह 2,891 मतों के साथ छठे स्थान पर रहे। चुनाव के बाद वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हो गए।

परिसीमन आदेश (2008) के बाद चुनाव आयोग द्वारा सोराही निर्वाचन क्षेत्र को समाप्त कर दिया गया था। उत्तर प्रदेश की 16वीं विधानसभा (2012) के चुनावों में, उन्हें कुशीनगर जिले के तमकुही राज (विधानसभा क्षेत्र) से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस द्वारा टिकट मिला। उन्होंने भाजपा के उम्मीदवार नंद किशोर मिश्रा को 5,860 मतों के अंतर से हराकर विधायक चुने। इसके बाद उत्तर प्रदेश की 17वीं विधानसभा (17th Legislative Assembly)  (2017) के चुनावों में, उन्होंने भाजपा उम्मीदवार जगदीश मिश्रा को 18,114 मतों के अंतर से हराकर फिर से विधायक चुने गए ।

मोदी की प्रचंड लहर में तमकुहीराज की जनता ने फिर अपने धरना कुमार को चुना

अजय कुमार लल्लू को संघर्षों के चलते उन्हें हर मुद्दे पर पुलिसिया सख्ती का सामना करना पड़ा। हर बार उन पर लाठियां बरसीं। संघर्ष के प्रति अजय कुमार शुरुआती दिनों में इतने प्रतिबद्ध रहे कि लोग उन्हें ‘धरना कुमार’ कहने लगे। पहले 16वीं विधानसभा (16th Legislative Assembly)  (2012) के चुनावों में, फिर 2017 के भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की प्रचंड लहर में भी तमकुहीराज (Tamkuhiraj) की जनता ने फिर से अपने धरना कुमार को चुना। 2017 के बीजेपी लहर में भी उन्होंने न सिर्फ अपनी सीट बचाये रखी बल्कि 2012 से ज्यादा बड़े अंतर से उन्होंने भाजपा के प्रत्याशी को हराया। अजय कुमार लल्लू को लेकर एक वाकया अक्सर सुनाया जाता है कि साल 2007 में कुशीनगर के आजादनगर कस्बे में एक नौजवान निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर एक जोशीला भाषण दे रहे थे। तभी पीछे से एक बुजुर्ग की आवाज़ आई, ‘ई बार त ना, पर अगली बार बेटा विधायक बनबे। मतलब इस बार तो नहीं लेकिन अगली बार जरूर विधायक बनोगे।

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2019 में उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बने

अक्टूबर 2019 में उनकी कड़ी मेहनत को देखते हुए, कांग्रेस पार्टी ने उन्हें उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष (President of the Uttar Pradesh Congress Committee) नियुक्त किया।

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