22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर पूरे प्रदेश में अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही प्रदेश के सभी अस्पताल में भी अलर्ट जारी किया गया है। इसके चलते 15 फरवरी तक उत्तर प्रदेश के सरकारी डॉक्टरों की छुट्टियों पर भी पूरी तरह से रोक लगा दी गई है।
22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर पूरे प्रदेश में अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही प्रदेश के सभी अस्पताल में भी अलर्ट जारी किया गया है। इसके चलते 15 फरवरी तक उत्तर प्रदेश के सरकारी डॉक्टरों की छुट्टियों पर भी पूरी तरह से रोक लगा दी गई है।
दरअसल 22 जनवरी को अयोध्या में बड़ी संख्या में लोगों की आमद और प्रदेश भर में दीपावली जैसा माहौल रहेगा। इसको देखते हुए शासन की ओर से खास सतर्कता बरतने निर्देश दिए गए हैं। उत्तर प्रदेश में 22 को सार्वजनिक अवकाश होने के बावजूद सभी सरकारी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में इमरजेंसी सेवाएं चाक-चौबंद रहेंगी। स्टाफ और दवाओं सहित अन्य जरूरी इंतजाम कर लिए गए हैं।
राम लला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर स्वास्थ्य महकमे ने अलग से नए निर्देश जारी किए हैं। पूर्व में जारी किए गए आदेशों में थोड़ा बदलाव किया गया है। शासन के अनुसचिव गंगा चरण ने इस संबंध में चिकित्सा स्वास्थ्य, परिवार कल्याण और चिकित्सा शिक्षा के महानिदेशकों के साथ ही एनएचएम यूपी की मिशन निदेशक को भी पत्र भेजा है। इसमें कहा गया है कि अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही उत्तर प्रदेश में होने वाले कार्यक्रमों में भारी भीड़ जुटने की संभावना है।
ऐसे में सभी अस्पताल व मेडिकल कॉलेजों की इमरजेंसी सेवाएं सुचारू रखी जाएं। साथ ही सभी सरकारी अस्पताल अलर्ट मोड पर रहें। उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी सरकारी डॉक्टरों की छुट्टियों पर पहले ही 15 जनवरी तक रोक लगा दी थी। अयोध्या में सरकारी व निजी अस्पतालों के साथ ही अस्थायी अस्पताल भी बनाए गए हैं। यह अस्पताल 22 के बाद भी कार्यरत रहेंगे।