China-Taiwan war looms: ईरान-इजरायल के बीच सीजफायर के बाद दुनिया अब एक और युद्ध देख सकती है। यह संभावित सैन्य-संघर्ष चीन और ताइवान के बीच देखने को मिल सकता है। रिपोर्ट्स के अनुसार, यूक्रेन-इजरायल की स्थिति से सबक लेते हुए और चीनी की सैन्य गतिविधियों के मद्देनजर ताइवान सरकार ने नई हवाई हमले की चेतावनी और एयर-रेड गाइडेंस जारी करने की घोषणा की है। ताइवान की रक्षा रणनीति में यह अहम बदलाव अपने नागरिकों और बुनियादी ढांचे को संभावित चीनी आक्रमण से बचाने का कदम माना जा रहा है।
China-Taiwan war looms: ईरान-इजरायल के बीच सीजफायर के बाद दुनिया अब एक और युद्ध देख सकती है। यह संभावित सैन्य-संघर्ष चीन और ताइवान के बीच देखने को मिल सकता है। रिपोर्ट्स के अनुसार, यूक्रेन-इजरायल की स्थिति से सबक लेते हुए और चीनी की सैन्य गतिविधियों के मद्देनजर ताइवान सरकार ने नई हवाई हमले की चेतावनी और एयर-रेड गाइडेंस जारी करने की घोषणा की है। ताइवान की रक्षा रणनीति में यह अहम बदलाव अपने नागरिकों और बुनियादी ढांचे को संभावित चीनी आक्रमण से बचाने का कदम माना जा रहा है।
दरअसल, चीन के संभावित हमले को देखते हुए ताइवान सरकार अगले सप्ताह नई एयर-रेड गाइडलाइंस जारी करेगी। इस योजना के तहत संकट की घड़ी में आम नागरिक अपनी सुरक्षा के लिए पहले से तैयार रहेंगे। समाचार एजेंसी रॉयटर्स से ताइवान के एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी ने कहा, “ताइवान यूक्रेन और इजरायल के मामलों को बहुत करीब से देख रहा है। हमारे लोगों को यह जानना जरूरी है कि वे घर पर हों या ऑफिस में, खुद को कैसे सुरक्षित रखें।” इसके अलावा, जुलाई में ताइवान की वार्षिक ‘हान कुआंग’ सैन्य अभ्यास के दौरान पूरे द्वीप पर नागरिक रक्षा ड्रिल भी आयोजित की जाएंगी। जिसमें आपातकालीन आपूर्ति केंद्रों की स्थापना का पूर्वाभ्यास शामिल होगा। यह अभ्यास अभूतपूर्व रूप से 10 दिनों तक चलेगा।
रिपोर्ट्स के अनुसार, चीन से युद्ध की आशंका को देखते हुए ताइवान ने देशभर में एयर-रेड शेल्टर्स बनाने की दिशा में तेजी से कदम उठाए हैं। इनमें मेट्रो स्टेशन, शॉपिंग मॉल और अन्य सार्वजनिक स्थान शामिल हैं। अकेले राजधानी ताइपेई में 4,600 से अधिक शेल्टर्स हैं जो करीब 1.2 करोड़ लोगों को शरण दे सकते हैं। यह कदम ऐसे समय पर उठाया जा रहा है जब चीन ने ताइवान स्ट्रेट में अपनी सैन्य गतिविधियों को तेज कर दिया है।
ताजा रिपोर्ट्स के अनुसार, पिछले शुक्रवार की सुबह तक चीन ने ताइवान की ओर 74 फाइटर जेट भेजे हैं, जिनमें से 61 ने ताइवान स्ट्रेट की मध्य रेखा को पार किया, जो अनौपचारिक रूप से दोनों देशों की सीमा मानी जाती है। चीनी फाइटर जेट्स की असामान्य रूप से बड़ी संख्या क्षेत्र में बढ़ते तनाव को दर्शाती है। ताइवान रक्षा मंत्रालय का कहना है कि चीनी युद्धपोतों का एक समूह भी द्वीप क्षेत्र में देखा गया है, जिसके बाद ताइवान ने अपनी सेनाओं को हाई अलर्ट पर रखा है। चीन की यह गतिविधियां नए युद्ध की आशंकाओं को जन्म दे रही हैं।